जालंधर ( एस के वर्मा ): डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने आज जानकारी देते हुए बताया कि जिले में खरीफ सीजन 2022 के लिए ऑनलाइन ई-गिरदावरी का काम सौ प्रतिशत पूरा कर लिया गया है जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिले में निर्धारित समय सीमा के भीतर 13.09 लाख से अधिक गिरदावरी को ऑनलाइन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के आदेश अनुसार जिले में इस कार्य को लागू करने का कार्य 1 अक्तूबर 2022 से शुरू किया गया है, जिसके तहत कुल 1309034 गिरदावरी को ऑनलाइन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सब डिवीजन जालंधर-1 में 117465 खसरा इंदराज ऑनलाइन किए गए है। इसी तरह आदमपुर में 101279, जालंधर-2 में 99837, करतारपुर में 77776, भोगपुर में 110683, फिल्लौर में 130080, नूरमहल में 141764, गोराया में 96301, शाहकोट में 129360, लोहियां में 74478, नकोदर में 170471 और मेहतपुर में 59540 को ऑनलाइन किया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि राज्य सरकार ने 2022 खरीफ सीजन के लिए 1 अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक फसलों का ई-सर्कुलेशन करने के आदेश जारी किए थे। उन्होंने ई-गिरदावरी के कार्य को निर्धारित समय में सौ प्रतिशत करने के लिए अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी ने पूरी लगन के साथ निभाई डियूटी निभाई, जिसके चलते कार्य समय पर पूरा हुआ है । उन्होंने कहा कि ऑनलाइन इंदराज के अवसर के साथ मिलान सुनिश्चित किया गया है, जिसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कई गांवों का दौरा किया और प्रक्रिया की निगरानी की। बता दे कि गिरदावरी एक दस्तावेज है जिसमें मालिक का नाम, किसान का नाम, भूमि / खसरा नंबर, क्षेत्र, भूमि का प्रकार, कृषि और गैर-कृषि क्षेत्र, सिंचाई के साधन, फसल का नाम और उसकी स्थिति आदि वर्ष में कम से कम दो बार दर्ज किया जाता है।