जालन्धर ( एस के वर्मा ) : बंदी सिंहों की रिहाई को लेकर आज राष्ट्रीय सिख संगत के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन स. इकबाल सिंह लालपुरा से मुलाकात की। सर्किट हाउस में मुलाकात के दौरान इकबाल सिंह लालपुरा को सिरोपा पहनाकर सम्मानित किया गया। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय सिख संगत के जिला जालंधर के संरक्षक अमरजीत सिंह अमरी, अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह रिंकू,वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवकीनन्दन ठुकराल, महामंत्री सुखजिंदर सिंह हीरा, उपाध्यक्ष राजिंदर सिंह पप्पी, सरचंद सिंह, डा.सुरिंदर कंवल, मंजीत सिंह बिरला, हरमिन्दर सिंह शामिल थे। इस बारे में राष्ट्रीय सिख संगत के संरक्षक अमरजीत सिंह अमरी ने बताया कि आज की मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने इकबाल सिंह लालपुरा के समक्ष बंदी सिंहों की रिहाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जल्द से जल्द इन बंदी सिंहों की रिहाई करवाई जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को प्रदेश सरकारों के समक्ष उठाए ताकि सजाएं पूरी कर चुकने के बावजूद जेलों में बंद सिख कैदियों की तुरंत रिहाई सुनिश्चित हो सके। अमरी ने कहा कि कई सिख कैदी तो काफी बुजुर्ग हैं और उम्र के इस पड़ाव में इन कैदियों को इनके परिवारों की जरूरत है। अमरी ने कहा कि जेलों में बंद कैदियों का मसला प्रदेश सरकारों का है और कानूनी रूप से उम्रकैद का काल 14 साल है लेकिन कई सिख कैदी तो 27 से 32 साल से जेलों में बंद हैं इसलिए इनकी रिहाई अति आवश्यक है ऐसे कैदी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान व उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद हैं इसलिए इन प्रदेशों की सरकारों को तुरंत इन कैदियों की रिहाई करनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले रिहाई हो जाए तो पीडि़त परिवारों के लिए बड़ी राहत होगी। अमरी ने बताया कि स. इकबाल सिंह लालपुरा ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यान से सुनकर उन पर यथोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। लालपुरा ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं हैं और इन योजनाओं में बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई, कम ब्याज दर लोन आदि शामिल हैं। इन सभी योजनाओं का लोगों में प्रचार प्रसार कर अल्पसंख्यक वर्ग को लाभान्वित किया जाएगा।