जालन्धर ( एस के वर्मा ): लतीफपुरा में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सैकड़ों घरों को गिराए जाने पर लतीफपुरा के निवासियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जनरल सेक्रेटरी कांग्रेस साहिल सेठी ने कहा कि पंजाब सरकार को जब पता था कि केस सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है और अदालत के आदेशों की अवमानना भी नहीं की जा सकती तो लतीफपुरा के लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए थी उनके घरों को तोड़ना बिल्कुल भी उचित नहीं है। जो लोग अपना सारा जीवन वहां बिता चुके हैं तो सरकार को उनके रहने की व्यवस्था करनी चाहिए थी। उन्हें कहीं और जगह बसाया जाना चाहिए था। उसके बाद उन्हें वहां से आपसी सहमति से भी हटाया जा सकता था। अब इन हालात में वह कहां जाएंगे। सरकार को इसके बारे में भी सोचना चाहिए था जिन लोगो के आज आशियाने तोड़ दिए गए है ,अब वे लोग अपना सामान लेकर कहाँ जाएंगे सर्दियों का समय चल रहा है,बच्चों,बजुर्गों के साथ रात कहाँ गुजरेंगे। जिला प्रशासन को उनके रहने का प्रबंध करना चाहिये। लोग इतनी मेहनत से अपना घर बनाते है। घर बनाने के लिए अपने खून पसीने से एक एक ईंट लगा कर घर को पूरा करते है लेकिन आज वही खून पसीने से लगाई ईंट जमीन पर बिखरी हुई है। लोग रोते रहे चिल्लाते रहे लेकिन प्रशाशन ने उनकी एक ना सुनी, बुजुर्गों से लेकर बच्चे सभी की आंखे नम हुई पड़ी थी।