जालन्धर : गत दिवस दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सत्संग आश्रम, नूरमहल में नव-निर्मित ‘दिव्य दर्शन भवन’ का उद्घाटन ‘अर्पण उत्सव’ के रूप में किया गया. महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लगभग 400 ब्रह्मज्ञानी वेद पाठियों द्वारा रुद्री पाठ के शुद्ध उच्चारण के साथ यह उद्घाटन संपन्न हुआ. संस्थान के संस्थापक व संचालक दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के पूजन और मंगल आरती के अलावा सामूहिक ध्यान साधना का भी आयोजन किया गया . लगभग 2.15 एकड़ भूमि पर निर्मित यह ज्ञान दीक्षा गृह ‘दिव्य दर्शन भवन’ अपने आप में एक विलक्षण भवन है. लगभग 2500 व्यक्तियों की क्षमता वाला पूर्णतः वातानुकूलित यह भवन वास्तुशास्त्र अनुसार निर्मित है जो भावी पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य का सोपान बनेगा. स्वामी सदानंद जी ने जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि लगभग 21 महीनों में निर्मित यह भवन रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सीवरेज सिस्टम, आधुनिक ऑडियो-विडियो सिस्टम, भूकंप रोधी (जोन 4) इत्यादि प्रणाली से सुसज्जित है. भवन के प्रवेश द्वार पर प्रतीकात्मक ध्यानस्थ ऋषि की प्रतिमा आगंतुकों के आकर्षण का केन्द्र है. अर्पण उत्सव का यह कार्यक्रम आगामी 5 मार्च तक जारी रहेगा जिसमें संस्थान के साथ जुड़े भक्त श्रद्धालुगण सम्मिलित होकर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं. इस अवसर पर स्वामी सदानंद जी, स्वामी विश्वानन्द जी, स्वामी परमानन्द जी, स्वामी सर्वानन्द जी, स्वामी रामेश्वरानंद जी, स्वामी गिरिधरानंद जी, साध्वी मातंगी भारती जी, साध्वी तपस्विनी भारती जी व अन्य स्वामीजन व साध्वी विदुषीयां उपस्थित थीं.







