जालंधर ( एस के वर्मा ): शिरोमणी अकाली दल -बहुजन समाज पार्टी समन्वय कमेटी ने आज आगामी जालंधर संसदीय उपचुनाव के लिए शिरोमणी अकाली दल के उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है। यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि इस संबंध पूरी चर्चा के बाद शिअद-बसपा की संयुक्त मीटिंग में फैसला किया गया और बसपा सुप्रीमो बहन मायावती ने इसका समर्थन किया। उन्होने घोषणा की कि औपचारिक अभियान 10 अप्रैल से शुरू होगा और गठबंधन के सभी कार्यकर्ता इसमें सक्रिय रूप से भाग लेंगें।सरदार बादल ने कहा कि दोआबा क्षेत्र के लोग भ्रष्ट और घोटालों वाली भगवंत मान सरकार को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं, जो सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होने कहा कि शिअद-बसपा गठबंधन किसानों, दलितों, नौजवानों , व्यापारियों और सरकारी कर्मचारियों के साथ न्याय सुनिश्चित करेगा, जो सभी सरकार से तंग आ चुके हैं । इस बीच अकाली दल अध्यक्ष ने सरकारी कर्मचारियों को उनकी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए कार्यालय का समय सुबह सात बजे करने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा की। उन्होने कहा कि यह निर्णय इसीलिए किया गया, क्योंकि आप पार्टी की सरकार गर्मियों के महीनों के दौरान बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बिजली की व्यवस्था करने में नाकाम रही है। उन्होने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री ने घोषणा के अनुसार पंजाबियों को बड़े पैमाने पर बिजली कटौती के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होने कहा कि इसके कारण धान की रोपाई को भी खतरा पैदा हो गया है’’।सरदार बादल ने कहा कि इसके विपरीत पूर्ववर्ती अकाली दल सरकार ने न केवल पंजाब को बिजली सरप्लस बनाया , बल्कि किसानों, उद्योगों और आम आदमी के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित की थी। उन्हानेे कहा ‘‘ यह सब मुख्यमंत्री की अक्षमता के कारण गड़बड़ा गया है, जो पंजाबियों के हितों को सुनिश्चित करने के बजाय, अपने बाॅस अरविंद केजरीवाल को असम तथा अन्य जगहों पर लेकर जाने में व्यस्त हैं’’।सरदार बादल ने आम आदमी पार्टी द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र के वादे के अनुसार गिरदावरी से पहले गेंहू की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा जारी करने में विफल रहने पर निंदा की। उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिशनरों को 33फीसयदी से अधिक क्षतिग्रस्त फसल के लिए मुआवजा नही देने का निर्देश दिया है। उन्होने कहा, ‘‘ इसका मतलब यह है कि आप पार्टी की सरकार किसानों को उचित मुआवजा देने से भाग रही है’’। सरदार बादल ने कहा कि अकाली दल चुप्प नही बैठेगा। उन्होने कहा, ‘‘ हम उन सभी किसानों को 50 हजार रूपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा की मांग के लिए एक सतत अभियान शुरू करेंगें, जिनकी गेंहू की फसल लगातार बारिश तेज हवाओं और ओलावृष्टि के कारण तबाह हो गई है’’।बसपा पंजाब के प्रभारी रंधीर सिंह बेनीवाल ने कहा कि आगामी उपचुनाव में शिअद-बसपा के संयुक्त उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा कार्यकर्ता पूरी लगन से काम करेंगें। इस अवसर पर बसपा के वरिष्ठ नेता अवतार सिंह करीमपुरी व प्रदेश अध्यक्ष जसबीर सिंह गढ़ी भी मौजूद थे।