जालंधर ( एस के वर्मा ) : लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद कुल 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है,जिन्हें चुनाव चिन्ह भी आवंटित किए गए है।
डिप्टी कमिश्नर कम जिला चुनाव अधिकारी जसप्रीत सिंह ने बताया कि भाजपा उम्मीदवार इंदर इकबाल सिंह अटवाल का चुनाव चिन्ह ‘कमल’, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू का चुनाव चिन्ह ‘झाडू’, शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी डा. सुखविंदर सुखी का चुनाव चिन्ह ‘तकड़ी’ और इण्डियन नैशनल कांग्रेस की उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी का चुनाव चिन्ह ‘हाथ’ है। अन्य उम्मीदवारों में नेशनलिस्ट जस्टिस पार्टी के डा. सुग्रीव सिंह नांगलू का चुनाव चिह्न ‘ट्रक’, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) (सिमरनजीत सिंह मान) के गुरजंट सिंह कट्टू का ‘बाल्टी’, बहुजन द्रविड़ पार्टी के तीर्थ सिंह बेगमपुरा भारत का ‘जूता’,पंजाब किसान दल की परमजीत कौर तेजी को ‘हाथ वाला गड्डा’, समाजवादी पार्टी के मनजीत सिंह को ‘साइकिल’, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के मनिंदर सिंह भाटिया को ‘फलों से भरी टोकरी’, पंजाब नैशनल पार्टी के योगराज सहोता को ‘फुटबॉल’ विकल्प चिह्न मिला है। इसी तरह निर्दलीय उम्मीदवारों में अशोक कुमार को ‘क्रेन’, अमरीश भगत को ‘पैन ड्राइव’, संदीप कौर को ‘लेटर बॉक्स’, गुलशन आजाद को ‘बल्ला’, नीटू शटरा वाले को ‘ऑटो रिक्शा’, पलविंदर कौर को ‘बाजा’, राज कुमारी साकी को ‘बल्लेबाज’ और रोहित कुमार टिंकू को ‘मंजी’ चुनाव निशान आलॉट किए गए है। डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में उन्हें चुनाव चिह्न आवंटित करने के बाद आगे की प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल और उम्मीदवार भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आदर्श चुनाव सहित को पूर्ण लागू करना सुनिश्चित करें। खर्च ऑब्ज़र्वर ने अधिकारियों को सभी रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए: 2012 बैच के आईआरएस अधिकारी राजीव शंकर किट्टूर को भारतीय चुनाव आयोग द्वारा व्यय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने चुनाव गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नियुक्त विभिन्न टीमों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें चुनाव और खर्च से संबंधित सभी रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि चुनावी रैलियों/सभाओं के स्थानों पर उड़नदस्ता, वीडियो सर्विलैस टीमों और कैमरों से लैस वाहनों के कर्मचारियों को विशेष निगरानी रखने को कहा गया है।उन्होंने कहा कि बिना स्वीकृति के चुनावी गतिविधियों पर होने वाले खर्च को राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों के चुनाव खर्च में शामिल किया जाए। उन्होंने टीमों को दिये गये क्षेत्रों में होने वाली चुनावी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने और इस संबंध में सभी रिकॉर्ड को सही तरीके से रखने के निर्देश दिए।