जालंधर : पंजाब स्टेट फूड कमिश्न के सदस्य चेतन प्रकाश धालीवाल ने आज जिले के स्कूलों में मिड-डे मील, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली माताओं को दी जाने वाले भोजन की जांच करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।मैंबर पंजाब स्टेट फूड कमिश्न ने स्थानीय सरकारी गर्ल्स सीनियर सकैंडरी स्कूल भार्गव कैंप, सरकारी प्राईमरी स्कूल वडाला, सरकारी सीनियर सकैंडरी स्कूल वडाला, सरकारी प्राईमरी स्कूल कोट सदीक और सरकारी हाई स्मार्ट स्कूल कोट सादिक में मिड-डे-मील की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि खाना बनाते और परोसते समय साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने स्वयं मिड-डे-मील खाकर देखी और छात्रों से विद्यालय में परोसे जाने वाले भोजन के बारे में फीडबैक प्राप्त किया।इस दौरान उन्होंने स्कूलों में पीने वाले पानी के लिए लगाए गए आरओ की समीक्षा की और समय-समय पर उनकी सर्विस करवाने के निर्देश भी दिए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सदस्य पंजाब स्टेट फूड कमिश्न को अवगत करवाया कि जिले के 946 प्राईमरी और 490 अप्पर प्राईमरी स्कूलों में मिड-डे-मील परोसा जाता है और 124141 स्कूली बच्चों को इस योजना अधीन कवर किया जा रहा है।इसी तरह श्री धालीवाल ने भार्गव कैंप और कांशी नगर स्थित आंगनबाडी केन्द्रों का दौरा कर बच्चों, गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को दिए जाने वाले आहार की जानकारी प्राप्त की बाद में उन्होंने भार्गव कैंप व बूटा गांव में राशन डिपो का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और डिपो पर जागरूकता बैनर लगाए जाएं ताकि लोगों को यहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी जा सके और सुविधाएं नहीं मिलने पर शिकायत कहां करें। इस अवसर पर खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में 279160 स्मार्ट राशन कार्ड धारक है और 1071714 लाभपात्री इस योजना का लाभ प्राप्त कर रहे है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जांच के दौरान पाई गई कमियों को तत्काल प्रभाव से दूर करने के निर्देश दिए और कहा कि आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ऐसी जांच भविष्य में भी जारी रहेंगी।इससे पूर्व पंजाब स्टेट फूड कमिश्न के सदस्य चेतन प्रकाश धालीवाल ने स्थानीय जिला प्रशासन परिसर में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान राशन बाँटने, मिड डे मील भोजन आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के बाद निर्देश दिया कि मिड-डे मील स्कूलों में विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले भोजन की समय-समय पर भोजन एवं पेयजल की सैम्पलिंग सुनिश्चित की जाए।इस अवसर पर डी.एफ.एस.सी नरिंदर शर्मा, जिला प्रोग्राम अधिकारी मनजिंदर सिंह, जिला स्वास्थ्य अधिकारी रीमा गोगिया आदि भी मौजूद रहे।