जालंधर : विजिलेंस ब्यूरो ने होशियारपुर रोड स्थित मार्कफेड के पूर्व चेयरमैन व वरिष्ठ अकाली नेता जरनैल सिंह वाहिद को विजिलेंस ने आज सुबह गिरफ्तार किया था। इस दौरान विजिलेंस की टीम ने जरनैल सिंह वाहिद के साथ उनकी पत्नी बेटे को भी हिरासत में लिया था। जिसके बाद विजिलेंस की टीम उन्हें जालंधर लेकर आई। वहीं इस मामले में नवाशहर से डॉ नशतर पाल और हलका बंगा से अकाली दल के विधायक डॉक्टर सुखविंदर कुमार सुखी विजिलेंस दफ्तर पहुंचे।विधायक डॉ सुखविंदर सुखी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनके पार्टी के नेता जरनैल सिंह वाहिद को विजिलेंस ने सुबह गिरफ्तार किया गया था और साथ में उनकी पत्नी और बेटे को भी हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि जरनैल सिंह की तबीयत खराब चल रही है, लेकिन विजिलेंस की यह कार्यवाही जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें फिर भी नहीं मिल पाई है और उन्हें किसी मामले में पड़ा है। इस बारे में भी जानकारी नहीं मिल पाई है।वहीं सूत्रों का कहना है कि जरनैल सिंह वाहिद चीनी मिल में 25 प्रतिशत के भागीदार थे। जबकि उनके साथी सुखबीर सिंह संधर के पास 50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। विजिलेंस को संधर की भी तलाश है और बताया जा रहा है कि वह विदेश में है। हालांकि खबर है कि उसके नाम पर लुक आउट नोटिस जारी किया गया है। सूत्रों के मुताबिक आरोप है कि जहां फगवाड़ा शुगर मिल ने किसानों का 42 करोड़ रुपए का बकाया नहीं चुकाया है। वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि बैंकों का भी उन पर 92 करोड़ रुपए बकाया है। 2021 में चीनी मिलों से जुड़े लोगों की संपत्ति पहले कुर्की जा चुकी है।