जालंधर : जैसे-जैसे लोहड़ी का त्यौहार नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे ही मार्केट में पतंगे और चाइना डोर की बिक्री जोरों पर है जिस पर अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा पिछले वर्ष चाइना डोर बेचने वालों पर जिला प्रशासन की तरफ से एक्शन लिया गया तो काफी कारोबारी बेचने वालों पर मामले भी दर्ज हुए परंतु इस बार जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी इलाके में बिक्री वालों पर पुलिस का एक्शन दिखाई नहीं दे रहा बाकी राज्यों में चाइना डोर बेचने वालों से काफी बड़ी मात्रा में गट्टू भी बरामद किए गए हैं और गट्टू बेचने वालों पर मामला भी दर्ज किया गया है अब देखना होगा जालंधर महानगर की पुलिस कब एक्शन मोड पर आती है महानगर के इलाका में चाइना डोर का काफी समय से धंधा शुरू हो गया है। सरकार की पाबंदी के बावजूद भी यह धंधा करने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। हालांकि इस खतरनाक चाइना डोर की वजह से कई पक्षियों और जानवरों को अपनी जान गंवानी पड़ती है।यह चाइना डोर इतनी खतरनाक है कि इंसान भी इसकी चपेट में आ चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी धंधा जोरों पर रहता है जबकि पिछले साल चाइना डोर बेचने वालों पर कई थानों में मामले भी दर्ज किए गए थे। मगर इस बार अभी तक कोई भी ऐसा व्यक्ति पकड़ा नहीं गया है। वहीं सूत्रों के अनुसार यह धंधा करने वाले इस धंधे में से मोटी कमाई करते हैं वहीं अंदरूनी बाजारों, मोहल्लों , गालियों के किनारों में चाइनीज डोर को चोरी-छिपे बेचा और खरीदा जा रहा है दुकानदार बिना किसी डर से धड़ल्ले से चाइनीस डोर का कारोबार कर रहे हैं और ग्राहकों से मोटा पैसा वसूल कर रहे हैं। जिनमें छोटा गट्टू 300,350 बड़ा गट्टू 400,500 रुपये मे बेचा जा रहा है। डोर को बेचने के लिए दुकान मालिक को हर पार्टी के छूटभईया नेता की शरण भी है और उस की शरण में डोर को आसपास की दूकानों पर रख कर बच्चो दी जाती है अगर जिला प्रशासन की तरफ से चाइनीस डोर का कारोबार करने वालो पर कारवाई की जाए तो शहर के महानगर में चाइनीस डोर मिल सकती है चाइनीस डोर का कारोबार करने वालो ने अपने करिन्दों से इस डोर को बेच रहे हैं ओर बच्चो को आसानी से इस डोर को दे रहे हैं