जालंधर : पंजाब के जालंधर एनआईटी में एमबीए करने वाली छात्राओं ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न करने के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. एनआईटी की आंतरिक जांच कमेटी ने जांच के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर को टर्मिनेट किया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.पंजाब के जालंधर में स्थित डॉ. बीआर अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में हाल ही में दो छात्राओं ने पुलिस महिला सेल में एक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही थी इसी बीच एनआईटी की आंतरिक टीम ने भी जांच की और आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को दोषी पाया गया इसके बाद एनआईटी प्रशासन ने असिस्टेंट प्रोफेसर के टर्मिनेट कर दिया हैजानकारी के मुताबिक एनआईटी की एमबीए में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे. शिकायत के बाद पुलिस भी एनआईटी कैंपस पहुंची थी और कुछ छात्राओं और स्टाफ से बात की गई थी. छात्राओं ने करीब 10-12 दिन पहले एनआईटी की महिला सेल में भी इस पूरे मामले की शिकायत की थी. हालांकि इस पर तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की थी. इसके बाद छात्रा ने पुलिस ने इसकी शिकायत की.पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और एनआईटी पहुंच कर लोगों से पूछताछ की. पुलिस ने यहां पर कुछ छात्राओं से भी बातचीत की थी और कुछ स्टाफ वालों से भी. इस पर पुलिस असिस्टेंट प्रोफेसर के बैकग्राउंड की जांच भी कर रही है. इसी बीच एनआईटी की महिला सेल ने भी प्रोफेसर के खिलाफ अपनी जांच की. पूरे मामले में प्रोफेसर दोषी निकला और इसकी रिपोर्ट एनआईटी के डायरेक्टर बिनोद कुमार कनोजिया को सौंपी गई.रिपोर्ट के आधार पर डायरेक्टर ने कार्रवाई करते हुए दोषी असिस्टेंट प्रोफेसर को पद से टर्मिनेट कर दिया है. बताया जा रहा है कि न सिर्फ एमबीए करने वाली छात्राएं बल्कि असिस्टेंट प्रोफेसर की वजह से पीएचडी कर रही छात्राएं भी परेशान हैं. डायरेक्टर प्रोफेसर बिनोद कुमार कनोजिया ने कहा कि आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर ने छात्राओं के साथ क्या किया है इस पर कुछ न ही बोला जाए तो अच्छा है. उन्होंने इस दौरान कहा कि भविष्य में भी ऐसी कोई गलती करेगा तो उसके बख्शा नहीं जाएगा.







