जालंधर : मानव को कोई भी काम करने से पहलेे अपने आपको मानसिक तौर पर मजबूर करना चाहिए, और ये अच्छी सोच के साथ ही हो सकता है। मानव के जीवन में विज्ञान के ज्ञान का बहुत बड़ा महत्व है। कलयुग में दो ही ऐसे भगवान थे, एक श्री राम, दूसरे श्री कृष्ण।और कहा कि हमेशा श्रवण (सुनना) और चिंतन (विचार) को ध्यान में रखते हुए सभी कार्य करने चाहिए। आज के समय में कोई भी सुनना नहीं चाहता सभी कहना चाहते है।उक्त विचार श्री कष्ट निवारण बालाजी सेवा परिवार के द्वारा साई दास स्कूल की ग्राउंड में हो रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक जया किशोरी ने कहे।कथा के दूसरे दिन मंत्री बलकार सिंह, मैडम राजविंदर कौर, अमृतपाल सिंह, सुभाष शर्मा, लवली स्वीट के मालिक अशोक मित्तल व विधायक रमन अरोड़ा ने ज्योति प्रचलन की।श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक जया किशोरी ने कहा कि सनातन धर्म कहता है, आपकी जुबांन पर सरस्वती बैठती है। जीवन में मनोरंजन करना जरूरी है पर सही मनोरंजन करना।उन्होंने कहा कि अगर आपको सोचना ही है तो भगवान को पाने का सोचो। अगर समय ही बर्बाद करना है तो भगवान के ध्यान में करो।उन्होंने कहा कि सत्य एक है सत्य कभी नहीं बदलता जाता और कहा कि दोनों हाथों से ताड़ी मारने से शरीर में ऊर्जा प्राप्त होती है। मनुष्य मानव जीवन में मृत्यु को भूल जाता है। मनुष्य को आगे के पल का भरोसा नहीं, कब क्या हो जाएगा। मानव जीवन का कुछ नहीं पता। सब भगवान पर छोड़ दो, भविष्य में सब सही होगा।उन्होंने कहा कि हमें परिवार के साथ समय बताना चाहिए। जीवन का क्या भरोसा कब क्या हो जाए हमारे आंखों पर झूठ की पट्टी बन्दी हुई है, उसको उतार कर देखो दुनिया कितनी सुंदर है।उन्होंने कहा कि आप किसी एक का भल्ला करके देखो, आपका भल्ला ईश्वर जरूर करेगा।उन्होंने कहा कि भगवान पर विश्वास रखो सब सही होगा भक्ति के माध्यम से ही भगवान को बुलाया जाता है भक्ति के माध्यम से भगवान को बुलाया कर तो देखो भगवान जरूर आपके घर आएंगे।कथा में भगवान ने कुल 24 अवतारों के बारे में बताया।कथा में नृसिंग भगवान के भक्तों को दर्शन भी करवाए गए।