एक बार फिर ई.वी.एम की निष्पक्षता पर “मिशन सेव कॉन्स्टीट्यूशन” ने उठाए कई सवाल

by Sandeep Verma
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जालंधर : एक बार फिर ई.वी.एम की निष्पक्षता पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। भारत के आम जनता के आग्रह पर “मिशन सेव कॉन्स्टीट्यूशन ” यानी (संविधान बचाओ मिशन) के कन्वीनर व सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट महमुद प्राचा ने ई.वी.एम मशीन पर प्रतिबंध लगाने और बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए बड़े पैमाने पर एक व्यापक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है।इस अभियान में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन, रोष मार्च, ई.वी.एम के इस्तेमाल से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों में होने वाले खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करना , बैलेट पेपर न केवल सबसे सुरक्षित है बल्कि चुनाव कराने का कानूनी सही तरीका भी यही है।इस अवसर पर “मिशन सेव कॉन्स्टीट्यूशन ” पंजाब की कन्वीनर डा. रितु सिंह, मुस्लिम संगठन पंजाब के प्रधान एडवोकेट नईम खान,मुस्लिम संगठन पंजाब के प्रधान एडवोकेट नईम खान ने कहा की ईवीएम के इस्तेमाल को बंद किए जाने की मांग सालों से चली आ रही है लेकिन सत्ताधारी पार्टी लोगों की भावनाओं को ठुकराते हुए अपने फायदे के लिए ईवीएम को इस्तेमाल कर रही है। एडवोकेट नईम खान ने हालिया दिनों में हुए चुनाव पर अपना बयान देते हुए कहा के कहा कि मेरा तो हमेशा से ईवीएम पर भरोसा नहीं रहा है। जब भारत की आम जनता व सयासी पार्टीयां बैलेट पेपर से चुनाव चाहती है तो इलेक्शन कमीशन क्यों नहीं बैलेट पेपर से चुनाव करवा रहा। यह एक इलेक्शन कमीशन की निष्पक्षता के उपर सवालिया चिन्ह लगाता है?। महमुद प्राचा ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि दुनिया भर के देशों में बैलेट पेपर से चुनाव होते हैं, तो हमारे यहां ईवीएम से चुनाव नहीं होना चाहिए ?”उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम पूरे देश के लिए बहुत ही आश्चर्यजनक थे।महमुद प्राचा ने कहा कि हमारा नारा ई.वी.एम हटाव , बैलेट पेपर लाओ, देश व लोकतंत्र बचाओ का नारा है। इसी मिशन के तहत हम पूरे मुल्क में मुहीम चलाएंगे ताकि लोगों को जागरूक करें व ईवीएम के जरिए हो रहे धांधली को रोकने के लिए लोगों मैं जागरूकता लाऐं। उन्होंने कहा कि बैलट पेपर के जरिए वोटिंग होती है तो लोगों का संविधान व लोकतंत्र में विश्वास बना रहेगा।उपरोक्त उदासीन प्रतिक्रिया के कारणों की जांच की गई और अच्छी तरह से शोध किए गए निष्कर्ष के आधार पर 15.11.2024 को एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में AICC मुख्यालय से संपर्क किया और अनुरोध किया कि ट्रोजन हॉर्स को हटा दिया जाए और चुनावों के लिए बैलेट पेपर को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान का नेतृत्व किया जाए। महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम पूरे देश के लिए बहुत ही आश्चर्यजनक थे।भारतीय नागरिक समाज ने “मिशन संविधान बचाओ” को मैदान पर बड़े पैमाने पर अभियान के आयोजन की जिम्मेदारी दी है। जिसे मैं निभाऊंगा। महमुद प्राचा ने कहा कि “मिशन संविधान बचाओ” निम्नलिखित तीन घोषणाएँ करता है।

1. संविधान प्रेमियों से अनुरोध है कि वे चुनावों के लिए बैलेट पेपर वापस लाने की माँग के साथ सभी जिला मजिस्ट्रेटों के बाहर 11 से 21 के बीच बड़ी संख्या में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन शुरू करें। और बड़ी संख्या में अदालती गिरफ्तारी का आयोजन करें।
2. न्यायपालिका की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए और इसके साथ एकजुटता दिखाने के लिए सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के बाहर सभाएं आयोजित करें।
3. उन सभी नागरिकों को संवैधानिक और कानूनी सहायता प्रदान करें जो बैलट पेपर के माध्यम से मॉक पोल कराना चाहते हैं।
इस अवसर पर ऑल इंडिया जमात ए सलमानी ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आबिद हसन सलमानी, मस्जिद ए कुबा खांबडा के प्रधान मजहर आलम मजाहिरी, मो. साजिद एडवोकेट , मुबीन अहमद , मेहर मालिक लेखक , वसीम अकरम, मौलाना अमानुल्लाह कपुरथला, ताहिर अल्वी , सिकन्दर शेख , मोहम्मद सरफराज, शकील खान , सोनू , विशाल यादव, रजा ए मुस्तफा , बदरुल खान, वाहिद सलेमपुर, असलम , सरफराज खान,अरमान शेख, वाहिद गदाईपुर, आकिब जावेद सलमानी , अकबर अली, शहजाद सलमानी, सलीम नकवी, सलमान रहबर,आलम खान ,मो. अली आदि मौजूद थे।

 

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