जालंधर : पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य संभाल पेशे के साथ जुड़े कर्मियों की सुरक्षा प्रति ज़ीरो सहनशीलता नीति को उचित ढंग के साथ लागू करने की वचनबद्धता को दोहराते डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन ज़िले की सेहत संभाल संस्थानों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है।ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में ज़िला सेहत बोर्ड की मीटिंग की अध्यक्षता करते डा. अग्रवाल ने कहा कि ज़िला प्रशासन मैडीकल संस्थानों की किसी भी तरह की हिंसा से सुरक्षा करने के लिए पाबंद है।जालंधर को सेहत संभाल क्षेत्र का सबसे बड़ा केंद्र बताते डा. अग्रवाल ने सेहत संभाल के पेशो के साथ जुड़े लोगों की सुरक्षा पर ज़ोर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सूबा सरकार सेहत संभाल संस्थानों को स्थानीय पुलिस थानों के साथ जोड़ कर सुरक्षा के मापदण्डों को मज़बूत किया जा रहा है। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को यह भी हिदायतें की कि ज़िले के अस्पतालों में पंजाब प्रोटेक्शन आफ मैडीकेयर सर्विस पर्सन्स एंड मैडीकेयर सर्विस इंस्टीच्यूशन एक्ट 2008 सहित पुलिस सहायता नंबर 112 सम्बन्धित प्रदर्शित बोर्ड लगाने के इलावा अस्पतालों की नियमित गश्त करने को यकीनी बनाया जाए।डा. अग्रवाल ने स्वास्थ्य संस्थानों से अपील की कि सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने के इलावा अंधेरे वाले स्थानों में सुरक्षा को बढ़ाने के मद्देनज़र रौशनी आदि के उचित प्रबंध किए जाएँ। उन्होंने अस्पताल के मुखियों को हिदायत की कि सेहत संस्थानों में यदि कोई हिंसा घटती है तो उसकी एफ. आई. आर. दर्ज करवाई जाए। इस मौके सिविल सर्जन डा. ज्योति शर्मा, नरसिंग संस्थायों के प्रतिनिधी और पैरा मैडीकल स्टाफ और पुलिस अधिकारी मीटिंग में उपस्थित थे।







