जालंधर : कार्तिक मास की अमावस्या पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है कयोंकि इसी दिन माँ लक्ष्मी जी समुंद्र मंथन में संमुद्र से बाहर आई थी और विष्णु जी को पति रूप में अपनाया था जो इस बार 1नंवबर 2024 को मनाया जाऐगा अमावस्या तीथि 31अकतुबर 2024को शाम 3.45 से आंरभ होगी लेकिन शास्त्रों के और ज्योतिष के अनुसार उस तीथि में सूर्योदय और सूर्यास्त होना चाहिए लेकिन 31अकतुबर को अमावस्या तीथि में सूर्योदय नहीं है इसलिए दीपावली पर्व 31अकतुबर को मान्य नहीं है दीपावली पर्व 1नंवबर को ही मनाना ही शुभ है 1नंवबर को शाम 6.01मिंट से लेकर रात 7.30तक वृष लगन जो शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ है और माँ लक्ष्मी भी शुक्र ग्रह की प्रतिक है और 1नंवबर को शुक्रवार भी है और उस लगन में गुरु लगन में है सामने शुक्र बुध है जो लक्ष्मी नारायण योग बना रहा है और वृष राशि स्थिर राशि है तो इस समय में लक्ष्मी गणेश जी का पूजन करना अत्यंत शुभ कारक होगा और सूर्य चंद्र भी शुक की राशि में 15डिग्री पर होंगे तो और शुक्र बुध की युति साँतवें भाव में होगी जिसके ऊपर बृहस्पति जी की दृष्टि से अमृत वर्षा होगी और शुक्र बुध यानि लक्ष्मी और गणेश इस योग में पूजन करने से आपके पास बुद्धि और धन हमेशा स्थिर रहेगा
सभी को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं जी