









जालंधर : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपनी स्थापना के बाद से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत की है और देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। यूनिवर्सिटी के उत्कृष्ट अकादमिक, रिसर्च और प्लेसमेंट रिकॉर्ड ने इसे उच्च शिक्षा के प्रतिष्ठित संस्थानों में शामिल कर दिया है। यह उनकी वार्षिक रैंकिंग में लगातार वृद्धि से स्पष्ट है, जिसमें हाल की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स बाय सब्जेक्ट 2024 में भी इसका प्रदर्शन शामिल है, ऐसा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर के सलाहकार, डॉ. आर एस बावा ने पंजाब के जालंधर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए प्रोफेसर (डॉ.) आर. एस. बावा ने कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपनी स्थापना के मात्र 12 वर्षों के भीतर ही भारत और विश्व में अपनी प्रमुख पहचान बनाई है। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 अनुसार चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत की नंबर 1 प्राइवेट यूनिवर्सिटी है। इसके अलावा, क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में जहां हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और इम्पीरियल कॉलेज लंदन जैसे वैश्विक दिग्गजों शामिल थे, वहीं चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपनी शैक्षिक उत्कृष्टता का लोहा मनवाया और भारत के शीर्ष यूनिवर्सिटी में अपनी जगह बनाई। इस रैंकिंग में यूनिवर्सिटी के आठ पाठ्यक्रमों ने वैश्विक स्तर पर शीर्ष रैंक प्राप्त किया हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में भी भारत के शीर्ष 20 यूनिवर्सिटी में स्थान मिला है।”प्लेसमेंट के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शनः डॉ. (प्रोफ़ेसर) बावा ने 2024 के शैक्षणिक सत्र के प्लेसमेंट विवरण को सॉझा करते हुए कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की शैक्षिक उत्कृष्टता और प्रभावशाली प्लेसमेंट रिकॉर्ड के कारण यह यूनिवर्सिटी अब प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक पसंदीदा स्थान बन गया है। इस सत्र में, 904 कंपनियों ने, सीयू के छात्रों को विभिन्न स्ट्रीम्स में 9,124 नौकरी के प्रस्ताव दिए,जिनमें मल्टीनेशनल कंपनिया और प्रमुख कॉर्पोरेट हाउस शामिल थे। जिससे कई छात्रों के रोजगार का सपना साकार हुआ। इस वर्ष एक छात्र को सबसे उच्चतम वार्षिक वेतन पैकेज 1.74 करोड़ रुपये मिला, जबकि उच्चतम घरेलू वेतन पैकेज 54.75 लाख रुपये था। 31 से अधिक कंपनियों ने 20 लाख रुपये या उससे अधिक का वेतन पैकेज ऑफर किया, जबकि 52 कंपनियों ने छात्रों को 15 लाख रुपये से वेतन पैकेज का ऑफर दिया।प्रोफेसर बावा ने कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे पंजाब के 752 छात्रों को प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स से 897 नौकरियों के प्रस्ताव मिले हैं। इन छात्रों में से दोआबा क्षेत्र के 28 छात्रों को 36 नौकरियों के प्रस्ताव मिले हैं और जालंधर के 20 छात्रों को शीर्ष मल्टीनेशनल कंपनियों से 26 नौकरियों के प्रस्ताव मिले हैं।” चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीई-सीएसई पूरा करने वाली इशिता अग्रवाल को केपीआईटी और माइक्रोसॉफ्ट आरएनडी से जॉब ऑफर मिले, माइक्रोसॉफ्ट आरएनडी ने 11 एलपीए का पैकेज ऑफर किया, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बीई सीएसई करने वाले छात्र साहिल मिनास को टेक महिंद्रा से 5.5 एलपीए का पैकेज ऑफर हुआ वहीं यूनिवर्सिटी से बीई सीएसई करने वाली जालंधर निवासी गरिमा जैन को एमयू सिगमा से 10.5 एलपीए का पैकेज ऑफर हुआ है।2025 छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसरः डॉ. बावा ने सीयूसीइटी 2025 (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के बारे में जानकारी साँझा करते हुए कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने हमेशा ही छात्रों को वित्तीय सहायता देने के लिए कई योजनाओं का संचालन किया है।
2012 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के मोहाली कैंपस की स्थापना के बाद से अबतक 1.30 लाख छात्रों ने इस यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप प्राप्त की हैं उन्होंने बताया, “2023-24 शैक्षणिक सत्र में पंजाब से 10,800 छात्रों में से 2192 छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई, जिनमें से 54 छात्रों को 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप दी गई है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी स्कॉलरशिप कार्यक्रम का उद्देश्य वित्तीय रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों को उनके पसंदीदा पाठ्यक्रमों में अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित करना है। छात्र https://www.cuchd.in/scholarship/ लिंक पर जाकर सीयूसीइटी 2025 के लिए आवेदन कर सकते हैं।”रिसर्च और इनोवेशन में नई ऊँचाइया चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। डॉ. बावा ने बताया, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में अब तक 14,700 से अधिक रिसर्च प्रकाशन किए गए हैं और छात्रों एवं फैकल्टी ने 4,300 से अधिक पेटेंट फाइल किए हैं। जिनमें से 430 पेटेंट्स पंजाब के छात्रों द्वारा दायर किए गए हैं। सिर्फ 2024 में ही यूनिवर्सिटी ने 625 इन-हाउस पेटेंट फाइल किए, जबकि 1,416 प्रकाशित पेटेंट एनोबेल आईपी के साथ मिलकर फाइल किए गए। इस वर्ष 128 पेटेंट्स को मंजूरी भी मिली है।उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इस साल अपनी छात्रों के लिए रिसर्च-इंटेंसिव लर्निंग को बढ़ावा देने हेतु 15 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इसके अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (सीयू-टीबीआई) के तहत अब तक 150 से अधिक स्टार्ट-अप्स लॉन्च किए गए हैं जिसमें से 34 स्टार्टअप पंजाब के छात्रों के है।इंडस्ट्री-अकादेमिया का प्रभावी समागमः डॉ. बावा ने कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को उद्योग-निर्देशित शैक्षिक कार्यक्रम प्रदान करता है, जिससे वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार होते हैं। यूनिवर्सिटी में 30 से अधिक इंडस्ट्री-स्पॉन्सर्ड एडवांस रिसर्च लैब्स और 32 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हैं, जिनमें से प्रमुख कंपनियाँ जैसे माइक्रोसॉफ्ट, सिस्को, टेक महिन्द्रा, कैपेजेमिनी और आईबीएम शामिल हैं।”डॉ प्रो बावा ने बताया की इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने शीर्ष दिग्गजों के साथ करार किया है जो छात्रों को उच्च तकनीक लैब के साथ प्रैक्टिकल लर्निंग प्रदान करते हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट इनोवेशन सेंटर, गूगल एंड्रॉइड लैब, क्लाउड कंप्यूटिंग लैब, ओरेकल अकादमी, टेक महिंद्रा आईएमएस अकादमी, यूनिसिस इनोवेशन लैब, ईएमसी अकादमिक एलायंस, माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल टेक्निकल सपोर्ट सेंटर, रेड हैट अकादमी लैब, एसएपी नेक्स्ट जेन लैब, इन्फॉर लैब और माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर एलएएएस (लर्निंग एज़ ए सर्विस) प्लेटफॉर्म, बीओटी लैब, बॉश ब्रिज सेंटर और सिस्को नेटवर्किंग लैब शामिल हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वर्चुसा के सहयोग से क्लाउड कंप्यूटिंग में स्पेस्लिजेशन के साथ कंप्यूटर विज्ञान में विश्व स्तरीय उद्योग-प्रायोजित मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करता है, जो इसे भारत में सबसे अधिक मांग वाले सीएसई-सीसी कार्यक्रमों में से एक है। डॉ (प्रो) बावा ने कहा, “सीयू एआई, ब्लॉकचेन, बिग डेटा, एनालिटिक्स और फिनटेक, मशीन लर्निंग,वर्चुअल रियलिटी, आईओटी, बायोइनफॉरमैटिक्स, सूचना और नेटवर्क सुरक्षा, ग्रिड कंप्यूटिंग, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियो-टेक्निकल इंजीनियरिंग, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी, पर्यावरण इंजीनियरिंग, जीआईएस, जल संसाधन इंजीनियरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में अकादमिक कार्यक्रम प्रदान करता है, जिसे विशेष रूप से उद्योग के दिग्गजों द्वारा डिजाइन किया गया है।” डॉ (प्रो) बावा ने आगे कहा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एन एन ए सी द्वारा ए+ रेटिंग के साथ मान्यता प्राप्त है, जो इसे एन एन ए सी ए+ मान्यता प्राप्त करने वाले भारत के शीर्ष 5 प्रतिशत विश्वविद्यालयों में शामिल करता है। सीयू के पास यूएस-आधारित प्रत्यायन बोर्ड फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (ए बी ई टी ) से भी मान्यता है खेलों में भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने किया है ऐतिहासिक प्रदर्शनः खेल के क्षेत्र में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वर्ष 2024 में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सर्वाधिक 71 पदक जीतकर प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका ट्रॉफी) जीतने वाला देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बन गयी है। सीयू के विद्यार्थियों ने वर्ष 2023-24 के दौरान 125 राष्ट्रीय और 68 अंतरराष्ट्रीय पदकों सहित 543 पदक जीते हैं, जिनमें से 104 खिलाड़ी पंजाब के हैं, जिनमें दोआबा क्षेत्र के कई एथलीट शामिल हैं। यूनिवर्सिटी 3.84 करोड़ रुपये की मेजर ध्यानचंद स्कॉलरशिप सहित 8.5 करोड़ रुपये का वार्षिक खेल बजट आवंटित करता है, जो खिलाड़ियों को विभिन्न सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करता है। वर्तमान में सीयू में 562 लड़कियों सहित 1183 विद्यार्थी एथलीट स्कॉलरशिप का लाभ उठा रहे हैं।प्रोफेसर डॉ बावा ने कहा की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपनी निरंतर शैक्षिक उत्कृष्टता, रिसर्च एवं इनोवेशन के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छू रहा है। यहाँ के छात्र न केवल उच्च गुणवता की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं। इसके साथ ही, यूनिवर्सिटी अपनी स्कॉलरशिप, प्लेसमेंट और इनोवेशन के माध्यम से छात्रों के उज्जवल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। यह यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को एक स्थिर और समृद्ध भविष्य देने की दिशा में अग्रसर है, जो न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देता है बल्कि देश और दुनिया की प्रौद्योगिकियों और अनुसंधान में भी योगदान देता है।