









जालंधर : जिला प्रशासन भारतीय सेना में अग्निवीर शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए लिखित और शारीरिक परीक्षण की तैयारी को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है।अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(ज) अपर्णा एम.बी. डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो ऑफ एम्प्लॉयमेंट एंड बिजनेस (डीबीईई) की गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य युवाओं, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवाओं को सेना भर्ती रैलियों में सफल होने में सहायता प्रदान करना है।अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यह प्रशिक्षण प्रोग्राम युवाओं को भारतीय सेना में सेवा करने के अपने सपने को पूरा करने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इस पहल के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने का निर्देश दिया।एक अन्य समीक्षा के दौरान, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने स्थानीय उद्योगों से अपनी मैनपावर आवश्यकताओं की एक सूची प्रदान करने की अपील की ताकि उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल विकास कोर्स तैयार किए जा सकें। उन्होंने डी.बी.ई.ई अधिकारियों को मैनपावर की मांग का आकलन करने के लिए औद्योगिक दौरे करने का भी निर्देश दिया गया।अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने सॉफ्ट स्किल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिला रोजगार एवं व्यवसाय ब्यूरो ने माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम और नेसकॉम के सहयोग से, स्पोकन इंग्लिश और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रशिक्षण सहित कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों को बेहतर करियर संभावनाओं के लिए छात्रों को इन कार्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इच्छुक आवेदक अधिक जानकारी के लिए डी.बी.ई.ई 9056920100 पर कॉल कर संपर्क कर सकते है।बैठक में गांधी वनिता आश्रम में कौशल विकास केंद्र और उद्योग से संबंधित कोर्स की योजनाओं की भी समीक्षा की गई। अन्य में उप निदेशक डीबीईई नीलम महे, निदेशक भर्ती जालंधर छावनी कर्नल विपल और शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।