जालंधर : लंबे समय से जालंधर में बंद पड़ी लाटरी की दुकानों को आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के 6 महीने बीते जाने पर शुरू हो गया है। जालंधर में लाटरी की कमान राजू डी ने संभाली है और हर दुकान के लिए सौदा 85 – 95 हजार से शुरू होकर 1 लाख 10 हजार तक तय हो गया है।लाटरी की दुकानों की राशि भी जा चुकी है और दुकानों के शटर खुले आम उठ गए हैं। इस पूरे खेल में एक मार्किट के प्रधान का बेटा भी शामिल हो गया है, जो सत्ता का दलाल बन गया है। आगे 60 से 80 हजार रुपये नेता को दिये जा रहे हैं जबकि बाकी पैसे की बांट प्रधान के बेटे द्वारा की जा रही है। हालांकि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले आप के उम्मीदवारों ने जालंधर में स्टेजों पर शोर मचाया था कि एक भी लाटरी की दुकान खुलेगी तो हम इस्तीफा देंगे, हम इस्तीफा देंगे। लेकिन अब लाटरी की दुकानों की बोली लग चुकी है और सारा मामला सेट हो चुका है। इलाके के थानेदार से लेकर आला अधिकारियों को समझाया जा चुका है कि लाटरी की दुकानों को चलने दिया जाए, राजू डी हमारा बंदा है। इसका धंधा चलाया जाए। लाटरी को लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी, जिसके बाद जालंधर में छापेमारी हुई थी और लाटरी की दुकानों को बंद करवाया गया था। लेकिन अब लाटरी की दुकानें खुलने से जनता लुटने लगी है। सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व प्रधान जी के बेटे और राजू डी की जेब में जा रहा है, पैसा एक हिस्सा वर्दीधारी भी जेब में डाल रहे हैं।