जालंधर ( एस के वर्मा / मोहित ) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान रविंदर बांसल से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि जो जीवन में नियमों को मानता है, प्रकृति का सम्मान करता है उसे कभी कष्ट नहीं होता। उन्होंने कहा कि धीरज की भांति ही धर्म है। जो धर्म पर टिकता है उस का कल्याण निश्चित है। हर इंसान जीवन के हर धर्म को निभाए। पिता हो तो पिता का, भाई हो तो भाई का, गुरु हो तो गुरु का, शिष्य हो तो शिष्य का धर्म निभाना सीख लो। मजहबो में फंस कर धर्म से मत भटको। धर्म वो नहीं है जो संसार ने चला रखें हैं। धर्म वो है जो धारण किया जा सके। जीवन में आप जिस भूमिका में है उसे पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से निभाना ही धर्म है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि बनी बनाई में तो सभी मित्र हैं। मुसीबत के समय भी जो आपको ना छोड़े वो ही असल मित्र है। अब अपने आप को वर्तमान समय में इस उिक्त पर तोलो। मनन करो कि कोरोना काल की विकट घड़ी में क्या आपने धैर्य खोया या नही। विचार करो कि क्या इस बुरे दौर में भी आपने अपने इंसानी धर्म को त्यागा या नहीं। किस मित्र ने इस विकट दौर में आपका साथ निभाया और क्या आपकी स्त्री ने इस विकट दौर में कितना संबल प्रदान किया। इस अवसर पर संजीव सोंधी, प्रिंस कौंडल, रजेश अग्रवाल, मोहित बहल ,सतीश गुप्ता, विक्रम भसीन, बावा खन्ना, संजीव, अनिल चड्डा, रोहित भाटिया, रोहित मल्होत्रा, गौरव कोहली, लवली रल्हन,राकेश प्रभाकर,बावा जोशी, रोहित बहल, एडवोकेट राज कुमार,मोहित बहल, गोपाल मालपानी, अशोक शर्मा, विक्रांत शर्मा, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, मुकेश चौधरी,समीर कपूर, अश्विनी शर्मा, संजीव शर्मा, संजीव सांवरिया, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, राकी, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, संजीव शर्मा, मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, राकेश,सौरभ मल्होत्ना,हंस राज,दीपु ठाकुर, अभिषेक भनोट, श्याम साहनी, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया
जो अपने कर्मो से गिर जाता है उसे कोई नहीं संभाल सकता : नवजीत भारद्वाज
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