ट्यूमर – अलसर से पीड़ित महिलाओं की रोबोटिक सर्जरी से बच्चेदानी व अंडाश्य बचाना हुआ संभवः डा. स्वपना मिसरा

by Sandeep Verma
0 comment
Trident AD
Trident AD

जालंधर ( एस के वर्मा ): माहवारी के दौरान दर्द महिलाओं की दिनचर्या को बहुत ही ज्यादा प्रभावित करता है तथा यदि मासिक धर्म के दौरान बढ़ते दर्द को महिलाएं हल्के में न लें तो वह माहवारी से संबंधित होने वाली संबंधित गंभीर बीमारियों से बच सकती हैं। यह बात आज जालंधर में आयोजित पत्रकारवार्ता में स्त्री रोग माहिर डा. स्वपना मिश्रा ने कही। उन्होंने बताया कि अक्सर महिलाएं अपने शरीर से संबंधित कई ऐसे लक्ष्णों रोगों को छुपाती है या फिर उसे बताने से हिचकिचाती हैं, जिस कारण वह गंभीर बीमारी का रूप धारण कर जाता है। फोर्टिस अस्पताल मोहाली में प्रसुति एवं स्त्री रोग विभाग की डायरेक्टर डा. स्वपना मिसरा ने बताया कि महिलाएं मासिक धर्म रक्तसाव के दौरान कई गंभीर समस्याओं को जाने-अनजाने में अनदेखा करती हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर महिलाएं अपने जीवन में कभी न कभी तथ्यात्मक रूप से डायसमेनोरिहा (गंभीर माहवारी दर्द से संबंधित विकार) के दर्द को सहन करती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे ही माहवारी दर्द को अनदेखा करने के कारण कई महिलाएं गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाती हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में डायसमेनोरिहा से पीड़ित एक 18 वर्षीय लड़की जो अपने पुराने पेल्विक दर्द, भारी मासिक धर्म रक्तस्राव, सूजन और पेशाब के दौरान दर्द से उसकी दिनचर्या भी प्रभावित हो रही थी। अल्ट्रासाउंड करने पर उसके दोनों अंडाशय के चारों और दो बड़े बिनाइन सिस्ट (अलसर) थे। उन्होंने बताया कि अंडाशय के चारों ओर अल्सर होने वाली महिलाओं के लिए अंडाशय को हटाना मानकीकृत उपचार था, परंतु उक्त 18 वर्षीय नाबालिग लड़की के भविष्य में गर्भ धारण करने में मदद करने के लिए उसका इलाज रोबोटिक एडेड सर्जरी द्वारा किया गया। डॉ. मिसरा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से बाइलेटरल सिस्टेक्टोमी (डिम्बग्रंथि सिस्ट को हटाना) और एडिसियोलिसिस (गर्भाशय के अंदर से आसंजनों को हटाना) किया, जहां रोगी के अंडाशय को बचाया गया। सर्जरी के दो दिन बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई और अब वह स्वस्थ जीवन जी रहा है। डा. स्वपना जो कि स्वयं रोबोटिक लैप्रोस्कोपिक और कैंसर सर्जन हैं, ने बताया कि रोबोटिक एंडेड सर्जरी न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी का नवीनतम रूप है, जो रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव क्षेत्र का उडी विजून प्रदान करती है। शरीर के जिन हिस्सों तक मानव हाथ से पहुंचना मुश्किल है, उन तक रोबोट की मदद से पहुंच सकते हैं जो 360 डिग्री घूम सकते हैं एक अन्य मामले में, एक 40 वर्षीय अविवाहित महिला को मासिक धर्म में भारी रक्तस्राव था और वह पिछले दो वर्षों से एनीमिक थी। चिकित्सा मूल्यांकन में एक बड़े रेशेदार ( 11सेमी 12 सेमी मापने का पता चला। उनको भी गर्भाशय बचाने वाली रोबोटिक सर्जरी कराने की सलाह दी। रोबोटिक मायोमेक्टोमी (फाइब्रॉएड रिमूवल) से उनके गर्भाशय को बचा लिया गया और प्रक्रिया के दो दिन बाद उसे छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि फोर्टिस अस्पताल मोहाली में दुनिया का सबसे उन्नत चौथी पीढ़ी का रोबोट दा विंची एक्सआई है, जिसके माध्यम से रोबोटिक सर्जरी की जाती है। रोबोटिक एडेड सर्जरी के लाभों पर चर्चा करते हुए डॉ. मिसरा, जिन्होंने 200 रोबोटिक सर्जरी की है, ने कहा कि रोबोटिक एडेड सर्जरी को लगभग सभी स्त्री रोग संबंधी सर्जरी के लिए गोल्ड स्टैण्डर्ड प्रोसीजर के रूप में स्थापित किया गया है फाइब्रॉएड एंडोमेट्रियोसिस, वेसिको वेजाइनल फिस्टुला, ओवेरियन सिस्ट सैल्पिंगो ओओफोरेक्टॉमी, मायोमेक्टॉमी, हिस्टेरेक्टॉमी और गर्भाशय, ओवरी और सर्विक्स के सभी कैंसर रोबोटिक एडेड सर्जरी ने विभिन्न स्त्री रोग संबंधी बीमारियों के इलाज में क्रांति ला दी है।

Snow
Forest
Mountains
Snow
Forest
the trident news the trident news the trident news the trident news the trident news

You may also like

Leave a Comment

2022 The Trident News, A Media Company – All Right Reserved. Designed and Developed by iTree Network Solutions +91 94652 44786

You cannot copy content of this page