जालंधर ( एस के वर्मा ) : ‘क्या स्कूली शिक्षा राष्ट्रीय स्तर का विषय होना चाहिए ? क्या देश की शिक्षा के चिंतन मंथन हेतु वार्षिक शैक्षिक महाकुंभ लगना चाहिए ? क्या गुरुकुल पद्धति को जीवित कर आधुनिक शिक्षा से जोड़ना चाहिए ? क्या कौशल विकास स्कूली शिक्षा का मूलभूत विषय होना चाहिए ? क्या उच्च शिक्षा संस्थानों को अपने आसपास के स्कूलों को साथ लेकर चलना चाहिए ? इन मूल भूत विषयों को लेकर ही शिक्षा के पहले महाकुंभ ‘RASE – 23’ का आयोजन एन.आई.टी., जालंधर में सर्वहितकारी शिक्षा समिति, पंजाब के सहयोग से 9 से 11 जून तक किया जा रहा है | इस विशाल विचार मंथन में 11 केंद्रीय मंत्रियों, देश के सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों, मुख्य मंत्रियों, देश के सभी विश्व विद्यालयों के उप कुलपतियों सहित अनेक शिक्षाविदों को आमंत्रित किया गया है | RASE – 23 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है | आशा ही नहीं तो पूर्ण विश्वास है कि इस विचार मंथन से प्राप्त नवनीत के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन होगा | ये शब्द सर्वहितकारी शिक्षा समिति के डायरेक्टर आफ होलेस्टिक एजूकेशन, RASE – 23 के सूत्रधार व इसरो में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत ठाकुर सुदेश रौनीजा ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहे | आगे उन्होंने कहा कि इस शैक्षिक महाकुंभ में प्रत्यक्ष 20 हजार और आन लाइन लगभग 5 लाख शिक्षाविदों, छात्रों व प्रशासनिक अधिकारियों के जुड़ने की संभावना है | पत्रकार द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में ठाकुर सुदेश रौनीजा ने कहा कि इस RASE – 23 में आर्थिक सहयोग करके , शोधपत्र लिखाकर, वालियंटर के रूप में, प्रचार करके या मात्र दर्शक के रूप में, आप अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं | इस विशाल कार्यक्रम में प्राप्त चर्चा व निष्कर्षों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार को अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित किया जाएगा | आगे उन्होंने कहा कि यदि ‘वन स्कूल वन प्रोडक्ट’ को बढ़ावा दिया जाए तो भारत ‘वोकल फार लोकल’ की दिशा में कदम बढ़ाएगा और ‘सुसंपन्न, समृद्ध और स्वाभिमानी’ देश के रूप में भारत विश्व पटल पर गर्व से अपना मस्तक ऊंचा करके खड़ा हो सकेगा | इस पत्रकार वार्ता में डायरेक्टर एन.एच.पी.सी. मिनिस्ट्री आफ पावर एंड नेशनल मीडिया कन्वीनर अमित कांसल, जालंधर के प्रमुख उद्योगपति मनदीप तिवारी, एडवोकेट कुमारी निहारिका (चंडीगढ़ से), प्रमुख शिक्षाविद मंजू अरोड़ा, मोहित गर्ग और पी.टी.यू. के डिप्टी रजिस्ट्रार सौरभ शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे |







