नाम बड़े और दर्शन छोटे, आम आदमी पार्टी के पंजाब में स्वास्थ्य ढांचे की वास्तविकता : जयवीर शेरगिल

by Sandeep Verma
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चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार द्वारा किया जा रहा दावा कि राज्य भर में अब तक 664 आम आदमी क्लीनिकों से 80 लाख से अधिक मरीजों को फायदा हुआ है, वास्तव में जमीनी हकीकत से काफी परे है  जिस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान को सरकारी कामकाज में अधिक पारदर्शी और उद्देश्यपूर्ण होने की सलाह देते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा है कि मान केवल अपने असफल आम आदमी क्लीनिक मॉडल को सही ठहराने के लिए बढ़ा चढ़ाकर आंकड़े पेश करके पंजाब के लोगों को गुमराह कर रहे हैं।यहां जारी एक बयान में अपने दावों की पुष्टि करते हुए, शेरगिल ने कहा है कि कई आम आदमी क्लीनिकों में फर्जी ओपीडी रजिस्ट्रेशन किया जा रहा था, जिसे हाल ही में मीडिया ने उजागर किया था और यहां तक कि इस संबंध में पटियाला के डिप्टी कमिश्नर द्वारा जांच की गई थी।  उन्होंने कहा है कि जांच के निष्कर्षों में मरीजों की संख्या के संबंध में पटियाला के सात आम आदमी क्लीनिकों में कई कमियां पाई गईं, लेकिन उन सभी को केवल चेतावनी जारी करके छोड़ दिया गया।उन्होंने खुलासा किया है कि कहा कि मीडिया की खबरों के अनुसार अधिकारियों ने इन आम आदमी क्लीनिकों को निर्देश दिया था कि जो मरीज अपनी लैब रिपोर्ट लेने आए थे, उन्हें नए मरीजों के रूप में नामांकित नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मरीजों की एंट्री ऑनलाइन की जानी चाहिए न कि ऑफलाइन। लेकिन ज़मीन से जुड़ी खबरों से साफ तौर पर संकेत मिलता है कि कई ऐसे आम आदमी क्लीनिक हैं, जिनमें फॉलोअप मरीजों को अभी भी नए रोगियों के रूप में रजिस्टर किया जा रहा है, ताकि आम आदमी क्लीनिक में आने वाले मरीजों की कुल संख्या में भारी वृद्धि दिखाई जा सके। इसलिए जरूरी है कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए।शेरगिल ने जोर देते हुए कहा है कि पंजाब की मौजूदा आप सरकार द्वारा हर मुद्दे पर झूठे दावे करके जनता को गुमराह किए जाने के मद्देनजर वह पुरजोर मांग करते हैं कि राज्य के सभी 664 आम आदमी क्लीनिकों में आने वाले मरीजों की वास्तविक संख्या का पता लगाने हेतु गहन जांच का आदेश दिया चाहिए, ताकि सच्चाई पंजाब के लोगों के सामने आ सके। उन्होंने भगवंत मान से इस संबंध में तुरंत जांच के आदेश देने की मांग की है।शेरगिल ने कहा है कि आम आदमी क्लीनिकों में मरीजों के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के अलावा, स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का सरकार का दावा भी सबसे बड़े झूठों में से एक है और यह पंजाबियों के साथ भद्दा मजाक है। उन्होंने दुःख जाहिर करते हुए कहा है कि आप सरकार ने अपने नकली आम आदमी क्लीनिकों के दिल्ली स्वास्थ्य मॉडल को बेचने हेतु पंजाब के सेहत ढांचे को नष्ट कर दिया है।  उन्होंने खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के तहत अन्य 100 आम आदमी क्लीनिक खोलने के बजाय सरकार को मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं, विशेषकर ग्रामीण डिस्पेंसरियों को मजबूत और अपग्रेड करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सरकार ने सिर्फ सांझ केंद्रों को आम आदमी क्लीनिकों बदलने के लिए करोड़ों रुपये बर्बाद कर दिए हैं और इसके अलावा आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस सेंटरों का भी नाम बदलकर आम आदमी क्लीनिक रख दिया है।भाजपा नेता ने कहा है कि राज्य भर के सरकारी अस्पतालों और ग्रामीण डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों, मैडिकल उपकरणों और दवाओं की कमी है।  शेरगिल ने कहा है कि चौंकाने वाली और शर्मनाक बात यह है कि भले ही केंद्र सरकार ने पंजाब में आप सरकार के विभिन्न विभागों को 11,000 करोड़ रुपये की ग्रांट दी थी, लेकिन सरकार अब तक 8,000 करोड़ रुपये का उपयोग करने में भी बुरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा है कि चालू वित्तीय वर्ष केवल चार महीनों से भी कम समय में समाप्त हो जाएगा, इसलिए इस ग्रांट के लेप्स होने से पहिले सरकार को इसका उपयोग कर लेना चाहिए।साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 60 प्रतिशत लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ग्रामीण डिस्पेंसरियों को पर्याप्त धन उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें आवश्यक दवाएं और अन्य आवश्यक बुनियादी ढाँचा मिल सके।

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