जालंधर : नार्थ हल्के में नगर निगम के सीवरेज विभाग के कुछ कथित करिंदों की बढ़ती हुई भ्रष्टाचारी गतिविधियों और गुंडागर्दी से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। नार्थ हल्के में आम जनता इन सीवरेज के करिंदों से इतना परेशान हो चुकी है कि लोग इनके खिलाफ धरने और पुलिस कंप्लेंट देने के लिए मजबूर हैं पर पुलिस से भी जनता को न्याय नहीं मिल पा रहा।ऐसी ही वारदात बीती रात नगर-निगम के सीवरेज विभाग के कथित कर्मचारियों सोनू व काका नामक लोगों ने होशियारपुर रोड पर नशे की हालत में अंजाम दी है। इन दोनों ने चिंतपूर्णी मार्बल्स नामक दुकान के मालिकों द्वारा ठीक करवाई जा रही पानी की पाइप का काम रुकवाने की कोशिश की और पैसे की मांग की। जब उन्हें पैसे नहीं दिए गए तो उन्होंने काम कर रहे एक प्रवासी मजूदर के साथ जानलेवा तरीके से मारपीट की और उसका गला दबाना चाहा।उल्लेखनीय यह है कि यह सीवरेज विभाग के ये करिंदे भ्रष्टाचार के लिए 24 घंटे तैयार रहते है। अगर ये ड्यूटी पर तैनात होते तो सुबह भी आकर दुकानदार से मिल सकते थे, लेकिन देर रात कौन सी ड्यूटी कर रहे थे। नशे की हालत में इन्होंने प्रवासी मजदूर को पहले सड़क पर पीटा, जब वह अपनी जान बचाने के लिए दुकान के अंदर भागा तो दोनों निगम कर्मियों ने दुकान में घुसकर उसे मारना शुरू कर दिया।समय रहते होशियापुर रोड के बाजार वालों ने प्रवासी मजदूर को सीवरेज सप्लाई के करिंदे से ना बचाया होता तो करिंदे ने प्रवासी मजदूर की जान ले लेनी थी। अभी तक प्रवासी मजदूर अपना इलाज करवा रहा है।नगर-निगम के आला अधिकारियों ने नाम ना छापने पर बताया कि सीवरेज विभाग के इन करिंदों को वाटर सप्लाई विभाग से कोई लेना-देना नहीं। प्रशासन से आम जनता की माँग है कि ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त करिंदों को खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएं।हैरानी की बात यह है कि मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया लेकिन पुलिस कर्मचारियों में भी इन गुंडागर्दी करने वाले निगम कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की बजाय, इन्हें वहां से बता दिया। ताकि इनका मौके पर मेडिकल करवा कर यह साबित ना किया जा सके कि उन्होंने नाश किया हुआ है।मौके पर इकट्ठे हुए इलाके के दुकानदारों व पत्रकारों ने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि वह इस सारे मामले की जांच करके आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।