जालंधर : धान की खरीद प्रक्रिया को उचित ढंग से जारी रखने के लिए डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल और एस.एस.पी. हरकमल प्रीत सिंह खख ने आज जिले भर की मंडियों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरे का उद्देश्य धान की खरीद प्रक्रिया का जायजा लेना और किसानों को होने वाली किसी भी समस्या को दूर करना था।
जांच के दौरान डा. अग्रवाल ने किसानों द्वारा लाई गई फसल का एक-एक दाना खरीदने की पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए पहले से ही पर्याप्त प्रबंध किए गए है। उन्होंने कहा कि खरीदी गई धान का उचित भुगतान करने के साथ-साथ खरीदी गई फसल के बदले किसानों को 600 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। डिप्टी कमिश्नर ने किसी भी समस्या के तत्काल समाधान के लिए जिला प्रशासन, किसानों, आढतियों और राईस मिलरों में बढिया तालमेल पर जोर दिया।किसानों से सीधी बात करते हुए डिप्टी कमिश्नर एवं एस.एस.पी. ने खरीद प्रक्रिया में सुधार के लिए उनसे सुझाव भी लिए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिला की मंडियों में चल रही गतिविधियों पर नजर रखने के लिए संबंधित एस.डी.एम. और डी.एस.पी. नियमित तौर पर अनाज मंडियों का दौरा कर किसानों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे है।एस.एस.पी. हरकमल प्रीत सिंह खख ने कहा कि धान खरीद प्रक्रिया को उचित ढंग से जारी रखने के लिए सिविल प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रबंधों में पुलिस टीमें लगातार सहयोग प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि डी.एस.पी. लगातार एस.डी.एम.से संपर्क बनाए हुए है।डिप्टी कमिश्नर ने नकोदर के राइस मिलर्स को ब्लैकलिस्टेड करने की अफवाहों का खंडन करते हुए इसे झूठा और निराधार बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसी अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। डा. अग्रवाल ने कहा कि किसी भी राईस मिल को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया । इस संबंध में राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राज कुमार सोहल ने भी मिलर्स से ऐसी झूठी अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने भी कहा कि जिले में किसी भी राईस मिल को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया।







