जालंधर ( एस के वर्मा ): डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने जिले के गांवों में चल रहे और पूर्ण हो चुके विकास कार्यों का जायजा लेते हुए आज अधिकारियों को स्मार्ट ग्राम अभियान (एसवीसी) के तहत गांवों में हो चुके कार्यों का निरीक्षण करने के आदेश दिए। डिप्टी कमिश्नर ने स्थानीय जिला प्रशासकीय परिसर में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सभी एसडीएम, जिला विकास और पंचायत अधिकारियों और सचिव जिला परिषद को गांवों में किए गए विकास कार्यों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि योजना के अधीन जिले के गांवों पूरे किए कार्यों की स्वंय चैंकिग कर दफ्तर को रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों की तरफ से 15 दिनों के भीतर गांवों का दौरा किया जाएगा, जिसके लिए अग्रिम योजना दफ्तर को भेजी जाए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि एसवीसी फेज-1 के दौरान 43.17 करोड़ की लागत से कुल 962 विकास कार्य शुरू किए गए, जो 100 प्रतिशत पूरे हो चुके है। इसी तरह एसवीसी फेज-2 के अधीन जिले में 3085 विकास कार्यों के लिए 159.83 करोड़ रुपये जारी किए गए, जिसमें से 2890 कार्य पूरे हो चुके है। उन्होंने अधिकारियों को चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि योजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके, इसके साथ ही पूर्ण किए गए कार्यों का उपयोगिता प्रमाण पत्र पेश करने को भी कहा। मनरेगा के अधीन किए गए कार्यों का जायजा लेते हुए जसप्रीत सिंह ने कहा कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक कार्य किए जाएं और आंगनबाडी केंद्रों व स्कूलों के कार्यो को पहल दी जाए। इसके अलावा प्राप्त लक्ष्य के अनुसार मैनडेज बनाए जाए। इस बीच डिप्टी कमिश्नर ने सांझा जल तैलाब, माडल खेल मैदान, पंजाब शहरी पर्यावरण सुधार कार्यक्रम (पीयूईआईपी), एसटीपी योजनाओं, स्मार्ट क्लास कार्यक्रम, मिड डे मील योजना की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर मेजर अमित सरीन, एसडीएम जै इंदर सिंह, बलबीर राज सिंह, रणदीप सिंह हीर, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी गुरप्रीत सिंह गिल, सचिव जिला परिषद सुखदीप कौर आदि उपस्थित थे।