

Gemini Nano Banana गूगल के एक AI मॉडल का नाम है, जो फोटोज और टेक्स्ट को आसानी से प्रोसेस कर सकता है। सोशल मीडिया पर इसका इस्तेमाल हाल ही में तेजी से बढ़ा है क्योंकि यह लोगों के चेहरे और फोटोज का इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग तरह की फोटोज क्रिएट कर देता है। यह मॉडल Google Gemini में ऐक्सेस किया जा सकता है। हमारे चैनल पर जानकारी देते हुए एसीपी नॉर्थ आतिश भाटिया ने कहा कि यूजर्स को नए ट्रेंड के चक्कर में लापरवाही भारी पड़ सकता है। उन्हें प्राइवेसी का खतरा Gemini Nano Banana या Google के ऑफीशियल Gemini टूल से नहीं है बल्कि चुनिंदा नकली ऐप्स और वेबसाइट्स से है, जो इस ट्रेंड का फायदा उठा रहे हैं। साइबर अटैकर्स ऐसे थर्ड-पार्टी ऐप्स और वेबसाइट बना देते हैं, जो इन ट्रेंड्स की तरह AI फोटोज जेनरेट करने का दावा करते हैं लेकिन वहां यूजर्स का डाटा बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।एक बार आपका डाटा किसी गलत हाथों में चला गया तो आपकी पहचान चोरी की जा सकती है और फेक प्रोफाइल बनाकर आपके नाम से गलत काम किए जा सकते हैं। इसी तरह डाटा बेचकर फाइनेंशियल फ्रॉड किए जा सकते हैं और आपके चेहरे के साथ अश्लील फोटो या वीडियो तक जेनरेट हो सकते हैं। ऐसे में ब्लैकमेलिंग का खतरा भी हो सकता है।आप को बता दें कि मजेदार ट्रेंड के चक्कर में बड़ा नुकसान ना हो जाए









