जालंधर : भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने कनाडा सरकार द्वारा लगभग 700 छात्रों को डिपोर्ट किए जाने के मामले में हस्तक्षेप कर उनका निष्कासन रुकवाने के लिए केन्द्रीय विदेश मंत्री मंत्री एस. जयशंकर का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का बिलकुल सटीक समय पर उठाया गया अति सराहनीय कदम है जिसने केन्द्रीय विदेश मंत्री जयशंकर ने निजी रूप से संज्ञान लेकर विद्यार्थियों के भविष्य को अँधेरे में जाने से बचाया है। लेकिन बहुत शर्म की बात है कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पढ़ाई के नाम पर धोखा देकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले जालन्धर के इन कथित इमिग्रेशन कंपनियों व उनके एजेंटों के विरुद्ध अभी तक ना तो कोई मामला दर्ज किया और ना ही अभी तक कोई कार्यवाही की है।जीवन गुप्ता ने कहा कि पढ़ाई के नाम पर दिल्ली मॉडल सहित बड़े बड़े दावे करने वाली पंजाब की भगवंत मान सरकार को क्या विदेश गए इन 700 छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले यह कथित इमिग्रेशन कंपनियां व उनके एजेंट नजर नहीं आते। उन्होंने कहा कि कहीं यह कथित कंपनियां या उनके एजेंट मान सरकार के करीबी तो नहीं हैं।जीवन गुप्ता ने कहा कि यह सभी विद्यार्थी पिछले करीब चार वर्षों (2018-19 में) से वहां रह कर अपनी पढ़ाई कर रहे थे और अब जब इन्होने पीआर के लिए अप्लाई किया तो कनाडा सरकार द्वारा इनके दस्तावेजों के निरिक्षण के दौरान इनके डाक्यूमेंट्स नकली पाए गए, जिसके बाद कनाडा सरकार द्वारा इन्हें निष्काषित किए जाने का आदेश जारी किया गया है। जिस कारण यह सभी विद्यार्थी बहुत परेशान हैं। इन छात्रों ने इमिग्रेशन और वीजा सलाहकारों के व्यवसाय और सेवाओं में शामिल होने का दावा करने वाली ‘एजुकेशन माइग्रेशन सर्विसेज’ नाम की संचालित कंपनी के माध्यम से स्टडी वीजा के लिए आवेदन किया था, जिसका कार्यालय जालंधर, पंजाब में था। इन छात्रों व उनके माता-पिता ने अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कनाडा में प्रमुख संस्थानों में बच्चों के लिए सुरक्षित प्रवेश व अन्य खर्चों के रूप में हेतु भारी भरकम राशि इस उपरोक्त कंपनी को दी। गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट्स से यह पता चला है कि उपरोक्त कथित कंपनी अपराधियों द्वारा प्रत्येक छात्र से हवाई टिकट और सुरक्षा राशि जमा को छोड़कर 16.00 लाख रुपये से अधिक की राशि वसूल की गई है।जीवन गुप्ता ने केन्द्रीय मंत्री एस जयशंकर से मांग की कि कनाडा में पढ़ाई के लिए गए भारतीय छात्रों के उज्जवल भविष्य को मुख्य रखते तथा आगे भी विदेश जाने वाले भारतीय छात्रों को ध्यान में रखते हुए छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली उपरोक्त कथित ‘एजुकेशन माइग्रेशन सर्विसेज’ तथा ऐसी अन्य इमिग्रेशन सेवाएं देने वाली कथित कंपनियों पर शिकंजा कसा जाए तथा उपरोक्त एजुकेशन माइग्रेशन सर्विसेस के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।