चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा के 2 दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन शुरू होते ही कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने आपरेशन लोट्स की एक्शन टेकन रिपोर्ट की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछली बार विशेष सत्र में इस मुद्दे पर साढ़े 3 घंटे बहस हुई थी। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन का बायकॉट किया और बाहर आ गए। दूसरी ओर नवनियुक्त मंत्री खुड्डियां ने आरडीएफ को लेकर प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने चार साल से फंड रोका हुआ है। इससे पंजाब का विकास रुक गया है। खुड्डियां ने कहा कि जानबूझ कर एक राज्य से धक्का किया जा रहा है। 1987 से लगातार फंड मिल रहा था। लेकिन 4 सालों से जानबूझकर रोका गया है। मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि आरडीएफ का मुद्दा बड़ा गंभीर है। इसमें आप विधायकों का ही एरिया शामिल नहीं है, बल्कि विरोधी दल के विधायकों के एरिया भी शामिल हैं। जबकि यह लोग सेशन से भाग रहे हैं। हेयर ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो काले कानून बनाए थे, उसके खिलाफ पंजाब के किसानों ने संघर्ष किया था। उसकी वजह से यह फंड रोका गया है। केंद्र को पता है कि यह पैसा गांवों में लगना है। देश की आजादी हो या हरित क्रांति। पंजाब का हर क्षेत्र में अहम योगदान रहा। इस वजह से हमारे पानी का नुकसान हुआ है।अकाली विधायक सुखविन्दर कुमार सुखी ने कहा कि आरडीएफ को लेकर केंद्र सरकार राजनीति न करे। जल्दी से जल्दी राशि जारी की जाए। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों के चुनाव में हम करोड़ों रुपये विज्ञापनों पर खर्च कर रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने कहा कि विधायकों का फंड होना चाहिए। जब विधायक इलाके में जाए तो वह भी कहीं ग्रांट दे पाए। उन्होंने कहा कि सरकार बदलाव की तरफ कदम आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि वह सरकार के इस मामले में साथ हैं।







