जालंधर : नई वार्डबंदी में इस बार 80 से 85 वार्ड मतदाताओं को पांच साल बाद फिर मौका मिलेगा जब वह अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपने वार्ड की किस्मत संवार सकते हैं। अपने अनुसार फिर से वार्ड पार्षद चुन सकते हैं।नगर निगम चुनाव की घोषणा भले ही न हुई हो लेकिन वार्ड का निवर्तमान पार्षद परिवार अपनी दावेदारी पुरी तरह से पेश कर रहे है। कांग्रेस, भाजपा, आप के दावेदार वर्कर पुरी तरह से अपने विधायकों को मेहतन कर दिखा रहे हैं कि किसी भी तरह से चुनावी टिकट एक बार फिर मिल जाए। आप को बात दे की हमारे न्यूज़ चैनल द ट्राइडेंट न्यूज़ ने आने वाले नगर निगम चुनावों को लेकर कई वार्ड के मतदाताओं के बीच जाकर जानी उनकी राय : वोटरों का मानना है कि हमारा वार्ड पार्षद ऐसा हो जो वार्ड के बेहतरी के लिए काम करे। वार्ड के समस्याओं को समझे और साथ ही नागरिकों के लिए काम करे। ऐसा नहीं हो कि एक बार जीत जाने के बाद फिर वार्ड में मुंह ही न दिखाए। इस बार हम लोगों को ऐसे सदस्य की जरूरत नहीं है। कई वार्ड के लोगों का कहना था कि वे ऐसी प्रत्याशी को चुनेंगे,जो फैसले ले सके।अपने परिवारों से ऊपर उठकर अपने वार्ड के नागरिक के बारे में सोचे। क्षेत्र के विकास के लिए मुद्दे उठा सके। हर वर्ग के लोगों के साथ सीधा संपर्क कर सके। किसी की कठपुतली नहीं बने । शिक्षित हो, बेबाक हो, कर्मठ हो, निर्णायक हो… । उनका यह भी कहना है कि जो भी वार्ड का पार्षद बने, उसकी प्राथमिकता अपने हल्का की सफाई, कूड़ा कचरे, साफ पानी, सिवरेज की समस्या, इलाके की रोड सड़के, गलियों में सही प्रबंधन होना चाहिए । हलके की जनता का भी मानना है कि सुस्त एवं जनता की अपेक्षाओं की अनदेखी करने वाले पार्षद से पिश्या छुड़ाने के लिए जनता भी आतुर है। सभी ऐसे उम्मीदवार को जीतते देखना चाहते हैं, जिनसे वे अपनी बात कह सकें कर जो उनके दुःख- सुख में काम आए ।
लोगो को फिर से मिलेगा पार्षद चुनने का मौका
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