ईमानदारी की मिसाल बने जगजीत सिंह लक्की

by Sandeep Verma
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जालंधर : बैंकों में अक्सर अपने लूट की खबरें तो सुनी होगी कभी किसी भी बुजुर्ग व्यक्ति से पैसे छीन कर ले गए या किसी बैंक में डकैती पड़ गई पर यह एक अनोखी खबर अपने शहर जालंधर पंजाब में सुनने में आई है आप भी सुनकर हैरान हो जाएंगे कि हमारे शहर में भी ऐसा ईमानदार व्यक्ति रहते है। क्या हमारे शहर में भी ऐसा हो सकता है कि एक व्यक्ति जो बहुत बड़ी ईमानदारी की मिसाल बन है जगजीत सिंह लक्की। कल स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया पटेल चौक ब्रांच में ऐसा ही हुआ कि जगजीत सिंह लक्की को ₹ 2 लाख रुपए लावारिस मिले बैंक से जिसका कोई वारिस नहीं था। फिर उन्होंने इधर-उधर देखा और बैंक कैशियर को पूछा कि आपके बैंक का कैश पूरा है कम तो नहीं तो कैशिअर ने कहा नहीं हमारे बैंक का कैश पूरा है तो थोड़ी देर इंतजार करने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे को यह पैसे लावारिस पड़े मिले हैं तो बैंक ने कहा कि किसी को ₹5 मिले तो वह ₹5 नहीं छोड़ता और वह अपनी जेब में डाल लेता है। पर जगजीत सिंह लक्की को 2 लाख रुपए मिले और उन्होंने अपनी ईमानदारी दिखाते हुए सारे के सारे पैसे बैंक मैनेजर और कैशियर को दे दिए । एक मिसाल हमारे जालंधर में बनी और उसने जालंधर का नाम रोशन किया। उन्होंने ईमानदारी से 2 लॉक रुपए उठा और बैंक कैशियर और बैंक मैनेजर को वापस दे दिए। उन्हें कहा कि उन्हें यह 2 लाख रुपए बैंक में लावारिस पड़े हुए मिले हैं उन्होंने बैंक को वापस दे दिए। बैंक के स्टाफ में खुशी की लहर दौड़ गई और बैंक ने उन्हें अपनी तरफ से फूलों का गुलदसते से सम्मानित किया और उनका धन्यवाद किया कि ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो के बैंक को पैसे वापस करते हैं। और उन्होंने कहा कि आपको हमेशा याद रखा जाएगा और बैंक आपका हमेशा आभारी रहेगा। इससे पता चलता है कि ईमानदारी अभी भी जिंदा है। ऐसे व्यक्तियों की हमारे समाज में बहुत जरूरत है और हमें ऐसे व्यक्तियों से कुछ ना कुछ सीखना चाहिए कि अपने हक का ही ले किसी और और की कोई भी चीज मिले तो उसे तुरंत वापस कर दें।

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