जालंधर : पंजाब के लोगों, खासकर बच्चों और युवाओं में पतंगबाजी का हमेशा से क्रेज रहा है। खास तौर पर बसंत पंचमी के मौके पर आसमान अलग-अलग आकार और आकृति की रंग-बिरंगी पतंगों से भर जाता है। पतंगबाजी का यह शौक आज इसलिए खतरनाक होता जा रहा है क्योंकि अधिकतर पतंगबाज चीनी मांझा का इस्तेमाल करने लगे हैं और यह मांझा न सिर्फ पतंग बल्कि लोगों के साथ बेजुबानों की जिंदगी भी डोर भी काट रहा है। इस मौक पर वार्ड नंबर 85 इंचार्ज जसवीर सिंह सैनी ने कहा कि बसंत पंचमी पर पतंगबाजी का क्रेज है। मगर पर्व की गरिमा धागे की डोर से पतंग उड़ाने में हैं, न की प्लास्टिक की डोर लगाकर अपनी और दूसरों की जान को जोखिम में डालने का। धागे की डोर से ज्यादा अब बाजारों में चाइनीज डोर आने लगी है। इसमें कांच व लोहे का बुरादा लगाए जाने से इस डोर को धारदार बना दिया गया है। यह डोर जिस रास्ते से गुजरती है, वहां से गुजरने वालों को अपनी चपेट में लेकर जख्म दे रही है। चाइनीज डोर के चलते समय-समय पर महानगर में कई लोग जख्मी भी हो चुके हैं।उन्होंने कहा, साथ ही ये डोर पक्षियों के लिए भी बहुत हानिकारक है। इसलिए इसके प्रति सभी जागरूक होकर इसका इस्तेमाल बंद करें ताकि अपनी और दूसरों की जान को सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने पुलिस से भी सख्ती बढ़ाने की मांग की है।







