जालंधर : नगर निगम कर्मियों ने एक बार फिर से अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसको लेकर आज एक बार फिर से कच्चे कर्मियों द्वारा निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस मौक पर प्रधान शम्मी लूथरा,रिम्मी कल्याण, बंटू सभवाल, राजन कल्याण, हितेश नाहर ने मेयर विनीत धीर से बैठक बातचीत की गई मेयर विनीत धीर के साथ पिछले सप्ताह मीटिंग हुई थी, जिसके बाद मेयर के आदेश जारी होने के बावजूद उनके कर्मियों को अभी तक सैलेरी नहीं दी गई। इस दौरान 15 सालों के काम कर रहे कर्मियों को भी पक्के नहीं किया जा रहा। जिसको लेकर आज उनके द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है उनके आउटसोर्स के साथियों की लंबित पड़ी सैलेरी का मुख्य मुद्दा है। जिसमें कर्मियों को अभी तक सैलेरी नहीं दी गई। नगर निगम प्रधानों ने आरोप लगाए है कि अधिकारी काम करना नहीं चाहते है सोची समझी साजिश के तहत मेयर को फेल करने की कोशिश की जा रही है।इस मौक पर मीडिया से बात करते हुए मेयर विनीत धीर ने कहा कि यूनियन के कर्मी अपनी मांगों को लेकर उनके पास आए थे। इस दौरान मेयर ने माना कि उनके मुद्दे जायज है, जिसको लेकर आज ही उन्हें मसले हल करने का आश्वासन दिया गया है।
मीडिया से बात करते हुए मेयर ने कहा कि कर्मियों के मुद्दों में मुख्य कारण कच्चे कर्मियों को पक्के करने का था और उन्हें सैलेरी नहीं मिल रही थी। जिसको लेकर आज ही अधिकारियों को आदेश दिए है कि आज ही पहल के आधार पर उनके मुद्दों को हल किया जाए। वहीं उन्होंने कहा कि आज 100 प्रतिशत कर्मियों को सैलेरी दे दी जाएगी। इस मौक पर प्रधानों ने सख्त चेतावनी दी है कि अगर आज उनके कर्मियों को सैलेरी मिलती है तो अच्छा होगा, नहीं तो कल से सीवरेजा का काम, सफाई का काम और कूड़े की लिफ्टिंग के काम को बंद कर देंगे। वहीं कच्चे कर्मियों को लेकर नेता ने कहा कि उन्हें पता लगा कि 12 साल पहले 300 माली कर्मियों को पक्का किए जाने का काम चल रहा है। उन्हें पता लगा कि कोर्ट में दायर केस वह हार चुके है। लेकिन उसके बावजूद अफसरों की मिलीभुगत से 38 कर्मियों को अपाइंट किया गया है, जबकि उनका यहां पर कोई काम नहीं हो रहा और ना ही वह ना कच्चे कर्मियों में है।







