जालंधर ( एस के वर्मा ) : जिला प्रशासन द्वारा सारागढ़ी युद्ध के योद्धाओं की अतुलनीय वीरता की याद में 12 सितंबर को इस ऐतिहासिक जंग की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर पंजाब आर्ट थियेटर के सहयोग से भव्य नाटक जंग-ए-सारागढ़ी का आयोजन स्थानीय गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में किया जा रहा है। जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने कहा कि साइट और साउंड के सुमेल से दर्शकों को सारागढ़ी की लड़ाई के गौरवशाली इतिहास और सिख योद्धाओं द्वारा पेश की गई बहादुरी की अतुलनीय मिसाल से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोमवार को शाम 7 बजे प्रस्तुत किया जाने वाला यह महानटक एक घंटे का होगा, जिसका निर्देशन मशहूर निर्देशक हरबख्श सिंह लाचा ने किया है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कहानी को 40 कलाकारों द्वारा 4 अलग-अलग चरणों में प्रस्तुत किया जाएगा।।डीसी जसप्रीत सिंह ने कहा कि प्रशासन की इस पहल से वीरता की स्मृद्ध विरासत की जानकारी पाकर लोगों, विशेषकर युवाओं में अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को बल मिलेगा। उन्होंने जिले के लोगों, खासकर युवाओं को महाकाव्य नाटक जंग-ए-सारागढ़ी देखने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि उन्हें नाटक के दौरान फिल्म और नाटक के संयोजन के माध्यम से सारागढ़ी के योद्धाओं की अद्वितीय वीरता को देखने का अवसर मिलेगा।।उल्लेखनीय है कि यह युद्ध 12 सितंबर 1897 को सारागढ़ी के स्थान पर लड़ा गया था। इस युद्ध में एक तरफ 21 सिख सैनिक थे और दूसरी तरफ 10,000 अफगानों की सेना थी। सिख सैनिकों ने पश्तून जनजातियों की विशाल सेना को 6 घंटे से अधिक समय तक रोके रखा और वीरता की अनूठी मिसाल पेश करते हुए अपना नाम विश्व इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज किया।