


जालंधर : डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशू अग्रवाल ने आज सड़कों पर पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।यहां जिला प्रशासकीय कॉम्प्लेक्स में सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (एस.पी.सी.ए.) की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को रात के समय अधिक सतर्कता बरतने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी को भी सड़कों पर पशुओं को बेसहारा छोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यदि कोई ऐसा मामला सामने आता है तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पशुओं को सड़कों पर बेसहारा छोड़ने की बजाय प्रशासन द्वारा चलाई जा रही गौशालाओं में भेजा जाए।उन्होंने ऐलान किया कि सड़कों से सौ फीसदी बेसहारा पशु गौशालाओं में तब्दील करने वाली नगर कौंसिल और संबंधित अधिकारियों के नामों की जिला प्रशासन द्वारा स्टेट अवार्ड के लिए सिफारिश की जाएगी डा.अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अप्रैल महीने से अब तक शहर से 340 बेसहारा पशु गौशालाओं में भेजे गए है। पिछले दो महीनों में शहर से 71 बेसहारा पशु गौशालाओं में भेजे गए है। इसके अलावा नगर कौंसिलों के अधीन आने वाले क्षेत्रों से पिछले कुछ समय में 48 बेसहारा पशु गौशालाओं में पहुंचाए गए है, जिससे यात्रियों और पशुओं दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है, खासकर पड़ रही धुंध के मौसम के दौरान।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य जालंधर शहर और सड़कों से सभी बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में तब्दील करके उनकी उचित देखभाल सुनिश्चित करना है ताकि सड़क सुरक्षा बढ़े और कीमती मानव तथा पशुओं की जानें बचाई जा सकें।डिप्टी कमिश्नर ने एनिमल बर्थ कंट्रोल (ए.बी.सी.) कार्यक्रम का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत वार्ड अनुसारए कुत्तों की स्टर्लाइजेशन करने के साथ-साथ एंटी रैबीज वैक्सीन भी लगाई जा रही है। इस दौरान एनिमल बर्थ कंट्रोल नियम, 2023 के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी निर्देशों की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।डा. अग्रवाल ने मीटिंग के दौरान गौ सेस कलेक्शन और एस.पी.सी.ए. की मेंबरशिप की प्रगति का भी जायजा लिया।डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि जिला प्रशासन की वट्सएप एक्शन हेल्पलाइन 96462-22555 पर बेसहारा पशुओं संबंधी प्राप्त शिकायतों का तुरंत समाधान किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से बेसहारा पशुओं संबंधी सूचना देने के लिए हेल्पलाइन का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील भी की।मीटिंग में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह, सी.एम.एफ.ओ. नवदीप सिंह, डिप्टी डायरेक्टर पशु पालन विभाग डा. सुखविंदर सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।






