नई दिल्ली. देश में कोयले की किल्लत (Coal Crisis) और सीएनजी गैस के दामों में हुई बढ़ोत्तरी का असर अब बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ने जा रहा है. दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) ने राजधानी में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है. इस बढ़ोतरी को मंजूरी डीईआरसी ने पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट के रूप में दी है.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली की तीनों निजी बिजली कंपनियों बीएसईएस यमुना, बीएसईएस राजधानी और टाटा पावर दिल्ली वितरण कंपनी (TPDDL) को पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट के रूप में बिजली दरों में बढ़ोतरी की मंजूरी मिल गई है. यह बढ़ोतरी राजधानी के अलग-अलग इलाकों में 2 से 6 फीसदी की होगी.
बताया जाता है कि BSES यमुना इलाके में 6फीसदी, BSES राजधानी में 4 फीसदी और TPDDLके इलाकों में 2 फीसदी बिजली की दरों में इजाफा होगा. बिजली की बढ़ी हुई दर 10 जून से लागू होगी और 31 अगस्त तक यह आर्डर प्रभावी रहेगा. पिछले दिनों आई कोयले की किल्लत और उसकी बढ़ती कीमत की वजह से पावर जनरेशन ने बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया था जिसको डीईआरसी ने मंजूर कर लिया है.