न्यूयॉर्क. जुलाई 11 की तारीख को विश्व जनसंख्या दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट दी है. यूएन का अनुमान है कि 2023 में भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. अभी चीन सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और भारत अगले साल उसे पछाड़ देगा. इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने खबर दी है कि नवंबर 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच जाएगी.
1950 के बाद से वैश्विक जनसंख्या सबसे धीमी गति से बढ़ रही है. 2020 में जनसंख्या वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम हो गई है. संयुक्त राष्ट्र के ताजा अनुमानों के अनुसार दुनिया की जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब हो जाएगी. 2080 तक इसके लगभग 10.4 अरब के शिखर तक पहुंचने का अनुमान है.
2050 में भारत की आबादी 1.668 अरब होगी
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2023 में दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन सकता है. वह इस मामले में चीन को पछाड़ देगा. यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत की आबादी 1.412 अरब होगी, जबकि चीन की आबादी 1.426 अरब. भारत 2023 तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पछाड़ देगा. अनुमान है कि 2050 में भारत की आबादी 1.668 अरब होगी. तब चीन की आबादी 1.317 अरब होगी.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इसलिए बताया जश्न का अवसर
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि इस साल धरती पर आठ अरबवें इंसान का जन्म होगा. यह हमारी विविधता का जश्न मनाने, हमारी सामान्य मानवता को पहचानने और स्वास्थ्य में प्रगति पर आश्चर्य करने का अवसर है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति ने मनुष्य का जीवनकाल बढ़ाया है. मातृ और बाल मृत्यु दर में नाटकीय रूप से कमी आई है. इसके साथ ही यह धरती की देखभाल करने की हमारी साझा भागीदारी की भी याद दिलाता है.
यह आकलन करने का समय है कि हम परस्पर जिम्मेदारी का निर्वाह करने में कहां चूक कर रहे हैं? रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि 2023 में भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा और चीन से आगे निकल जाएगा.
2022 में दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया हैं. इनमें 2.3 अरब लोग रहते हैं. ये वैश्विक आबादी के 29 फीसदी हैं. वहीं, मध्य और दक्षिण एशिया में 2.1 अरब आबादी रहती है. यह विश्व की कुल जनसंख्या की 26 फीसदी है. 2022 में भारत और चीन की आबादी 1.4 अरब से अधिक है. ये दोनों देश विश्व में सर्वाधिक आबादी वाले देशों में शामिल हैं.