आपको एक ऐसी खबर बताने वाले हैं जिसे सुनकर हर किसी को हैरानी हो सकती है, लेकिन ये सच है कि जबलपुर शहर में तंदूर जलाने पर रोक लगा दी गई है, यानि आप अब तंदूरी रोटी या तंदूरी चिकन के लिए तरस जाएंगे खबर पूरी तरह सच है. काफी दिनो से प्रशासन की जानकारी में यह बात सामने आ रही थी की शहर में तंदूर ज्यादा मात्रा में जलने से प्रदूषण का लेवल खूब बढ़ रहा है. इसलिए इन पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है.ऐसे में जबलपुर ऐसा पहला शहर होगा जहां तंदूर जलाने पर रोक लग गई है. गौरतलब है कि प्रशासन के एक आदेश के बाद होटल और टैंट संचालकों में भी हड़कंप की स्थिति बनी हुई है तंदूर से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण फैलता है और तंदूर सेहत के लिए नुकसानदायक है. और यह निर्णय हवा की क्वालिटी सुधारने के लिए लिया गया है. प्रशासन के अनुसार प्रदूषण कम करने के लिए यह फैसला लिया गया है. आदेश का उल्लंघन करने वालों पर 5 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है प्रशासन ने जारी नोटिस में कहा है कि तंदूर में कोयला या लकड़ी के स्थान पर एलपीजी गैस का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और सस्ता भी पड़ेगा. चूंकि कोयले या लकड़ी के इस्तेमाल से धुआं ज्यादा होता है और शहर में प्रदूषण की बड़ी वजह यह धुआं ही है, इसलिए इस पर रोक लगाना जरूरी है. होटल और रेस्टोरेंट मालिक अपने तंदूर में कोयला या लकड़ी के स्थान पर एलपीजी गैस का इस्तेमाल कर प्रदूषण के रोकथाम में बड़ा सहयोग कर सकते हैं.