जालंधर ( एस के वर्मा ): मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 22 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है। सर्व प्रथम वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन मुख्य यजमान रवि जंडूसिंघा से सपरिवार हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते नवजीत भारद्वाज ने दरिद्रता को परिभाषित करते हुए कहा कि सदैव संसार अर्थात दूसरों से चाहने की वृत्ति ही दरिद्रता है उन्होने ने कहा कि अपने वर्तमान के लिए दूसरों का भविष्य खराब मत करिए। अपनी दीनता को वहां तक न ले जाएं कि आपकी आने वाली पीढियां दीन बनी रहें उन्होंने कहा कि सब कुछ होते हुए भी अधिक से अधिक और पाने के दरिद्रता रूपी दुर्भाग्य संतों के सौभाग्य रूपी सानिध्य से ही समाप्त होगा। दरिद्रता यदि रोग है तो संत वैद, उन्होंने कहा कि दूसरा व्यक्ति सुखी कर देगा इससे बड़ा दुख कोई हो ही नहीं सकता है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि निष्काम व्यक्ति वही है जो संसार से न मांगकर सब कुछ भगवान से ही मांगे। तब भगवान आपके लिए खुद सकाम बन जाएंगे और संसार में आपको निष्काम बना देंगे। विभीषण प्रत्यक्षत: कुछ भी नहीं मांगते हैं, पर भगवान राम उनके हृदय में पहले रही वासनाओं को भी अनदेखा नहीं करते और उन्हें लंका का राजा बनाकर कहते हैं मित्र तुम्हारी भले कोई इच्छा नहीं है पर मेरा दर्शन तो अमोघ है, अब लंका का राजा बनना तुम्हारी नहीं मेरी इच्छा है। इस अवसर पर राकेश प्रभाकर, श्रीकंठ जज, अमरेंद्र कुमार शर्मा,हैरी शंकर शर्मा, विक्र म भसीन, संजीव सोंधी, रविन्द्र बांसल, प्रिंस कुंडल, अनिल चड्डा,रोहित भाटिया, गौरव कोहली,राजेंद्र कत्याल,बलवंत बाला, मुनीश शर्मा, सुरेंद्र शर्मा,रोहित बहल, एडवोकेट राज कुमार, मोहित बहल, अशोक शर्मा, विक्र ांत शर्मा, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, समीर कपूर, अश्विनी शर्मा, संजीव शर्मा, मुकेश चौधरी, अमरेंद्र सिंह,संजीव सांविरया, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, राकी,बावा जोशी, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, संजीव शर्मा, गुप्ता,मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, पंकज, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी,अभिलक्षय चुघ,लक्की,वावा खन्ना, सुनील जग्गी,प्रिंस,पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।
अपने वर्तमान के लिए दूसरों का भविष्य खराब न करें : नवजीत भारद्वाज
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