जालंधर : बीते 5 सालों दौरान सत्ता के नशे में चूर रहे कांग्रेसियों ने केन्द्र सरकार के सबसे बेहतरीन प्रौजेक्ट स्मार्ट सिटी को नर्क सिटी कर दिया शहर में स्मार्टसिटी के लगभग सभी प्रौजेक्ट ठप्प हैं इसका कारण स्मार्टसिटी के तहत हुए हजार करोड़ रुपये के काम में घोटालों को माना जा रहा है। जिसके कारण आज जालन्धर शहर का नाम 11वें स्थान से 71वें स्थान पर पहुंच चुका है।
स्मार्टसिटी के तहत चलाए जा रहे सबसे विवादित सरफेस वाटर प्रौजेक्ट, स्टार्म वाटर, एलईडी, चौंक तथा सड़कों का सौदर्यीकरण, कूड़े से खाद बनाना है। कांग्रेस के किसी भी विधायक ने इस प्रौजेक्ट में चल रहे घोटालों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई। आम आदमी पार्टी के विधायको ने पंजाब सरकार से जालन्धर के आधीन हुए सभी स्मार्टसिटी प्रौजेक्टों की जांच करवाने के लिए कहा। घोटालों का पर्दाफाश होने की आवाज केन्द्र सरकार तक पहुंची तो केन्द्रीय मंत्री साधवी निरंजना ज्योति ने जालन्धर का दौरा कर प्रौजेक्टों की रिपोर्ट तैयार कर केन्द्र सरकार को सौंपी जिसके बाद जालन्धर का स्मार्टसिटी में रैंक 71वें स्थान पहुंचा। जालन्धर में स्टार्म वाटर प्रौजेक्ट के तहत डाली गई पाईप लाईन के तीन महीने बीत जाने के बाद भी कंपनी की ओर से सड़क नहीं बनाई गई पूर्व अधिकारियों ने जम कर स्मार्टसिटी को लूटा। फिलहाल केन्द्र सरकार के निशाने पर जालन्धर के कई अधिकारी हैं जिनके खिलाफ किसी भी वक्त केन्द्र सरकार बड़ी कारवाई कर सकती है।







