जालंधर : भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले राष्ट्रवादी नेता जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पावन जयंती पर भारतीय जनता पार्टी जालंधर के अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय जनता पार्टी पंजाब के महासचिव व पूर्व चेयरमैन अनुसूचित जाति आयोग पंजाब राजेश बाघा विशेष रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।राजेश बाघा ने इस अवसर पर कहा कि बीजेपी के प्रमुख बड़े नेताओं में कश्मीर में धारा 370 को खत्म करने या उस पर बहस की शुरुआत सबसे पहले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने देश की आज़ादी के बाद सर्वप्रथम देश की एकता व अखण्डता की आवाज़ उठाई। डॉ. मुखर्जी का जन्म आज ही के दिन 6 जुलाई 1901 में कोलकाता में हुआ था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जवाहरलाल नेहरू से अलग होकर 1991 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की। उन्होंने उस समय कश्मीर में 2 प्रधानमंत्री का विरोध किया। जम्मू कश्मीर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने धारा 370 का विरोध शुरू किया। उन्होंने एक देश में दो विधान एक देश में दो निशान एक देश में दो प्रधान नहीं चलेंगे जैसे नारे दिए।राजेश बाघा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को समाप्त कर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। डॉ. मुखर्जी ने जनांदोलन छेड़ा और कश्मीर में बिना परमिट के प्रवेश किया। तत्कालीन कश्मीर सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनकी 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। भारतीय जनता पार्टी इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक देशभक्त और स्वाभिमानी राष्ट्रवादी थे और उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। एक मजबूत और एकजुट भारत के लिए उनका जुनून हमें प्रेरित करता है और हमें 130 करोड़ भारतीयों की सेवा करने की ताकत देता है। सुशील शर्मा, सचिव अनिल सच्चर, महामंत्री अशोक सरीन हिक्की ने कहा के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अखंड भारत का सपना देखने वाले महानायक थे। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें नमन किया। साहिबी आनंद ने कहा कि मुखर्जी महान शिक्षाविद और विचारक थे तथा उनके विचारों से प्रेरित होकर पार्टी के कार्यकर्ता राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर अग्रसर हैं। यह उनके बलिदान और संघर्षों की जीत है। देश की आजादी के बाद कांग्रेस ने देश में तुष्टिकरण की ओछी राजनीति की है। इस अवसर पर अमरजीत गोल्डी, जिला उपप्रधान अश्वनी भंडारी, दविंदर कालिया, दर्शन लाल भगत, भूपिन्दर कुमार, जिला सचिव अश्वनी अटवाल,अनु शर्मा, मीनू शर्मा, हितेश स्याल, गोपाल किशन सोनी, योगेश मल्होत्रा, मंडल प्रधान राजेश मल्होत्रा, कुलवंत शर्मा, गुरप्रीत विक्की, आशीष सहगल, कुनाल शर्मा, मनीष बल, अनिल मिनिया, पूर्ण भगत, पूर्व पार्षद बिपन कुमार, विवेक खन्ना, महिला मोर्चा प्रधान मीनू शर्मा, युवा मोर्चा प्रधान पंकज जुल्का, एससी मोर्चा प्रधान अजमेर सिंह बादल, ओबीसी मोर्चा प्रधान बॉबी कश्यप, मंडल महामंत्री अनुज शारदा, दिनेश मल्होत्रा आदि मौजूद थे।