

जालंधर: विश्व स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और पी.ए.पी कैप्स को प्रदूषण मुक्त , हरित बनाने में योगदान देने के उद्देश्य से पीएपी हेडक्वार्टर जालंधर में 74वां वन महोत्सव मनाया गया। इस दौरान मुख्य मेहमान एमएफ फारूकी, आईपीएस, एडीजीपी/राज्य सशस्त्र पुलिस, जालंधर मौजूद थे ।पौधारोपण कर वन महाउत्सव की शुरुआत करते उन्होंने सभी को अधिक से अधिक पौधे लगाने और उन्हें बचाने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसके बाद इन्द्रबीर सिंह, आई.पी.एस. डीआइजी प्रशासन पीएपी, राजपाल सिंह संधू, आइपीएस, डीआइजी, पीएपी जालंधरछावनी, गुरतेजिंदर सिंह औलख, पीपीएस कमांडेंट, 7वीं बटालियन पीएपी, नरेश कुमार डोगरा,पीपीएस, एआईजी/पीएपी, जालंधर, हरकमलप्रीत सिंह खख पीपीएस कमांडेंट, 27वीं बटालियनपीएपी, मंदीप सिंह गिल पीपीएस, कमांडेंट ट्रेनिंग, पीएपी, सुश्री रश्मी विज, प्रिंसीपल डीएवी स्कूल पीएपी, आलोक सोंधी एमडी, पंजाब-कश्मीर फाइनेंस, आशम सोंधी, सुभाष अरोड़ा डीएसपी, प्रशिक्षण, दविंदर सिंह सैनी डीएसपी प्रशिक्षण, मनीष कुमार डीएसपी सुरक्षा, दलवीर सिंह डीएसपी कंट्रोल रूम, हरविंदर सिंह खेहरा डीएसपी, वरिंदर सिंह खोसा, डीएसपी, और पार्थो प्रीतम, डीएसपी जी द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
इस वन महाउत्सव के दौरान पीएपी परिसर के भीतर स्थित प्रशिक्षण- कम-खेल परिसर के विभिन्न मैदान सरकारी आवास क्षेत्र एवं विभिन्न कार्यालय क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के फलों के पेड़,फूलदार, छायादार एवं औषधीय आदि के लगभग 550 पौधे/वृक्ष रोपित करने का लक्ष्य रखा है।इससे पहले श्री मंदीप सिंह पीपीएस, कमांडेंट ट्रेनिंग,पीएपीजी ने पेड़ों के महत्व के बारे में बताया और कहा कि अगर हम धरती पर पेड़ नहीं लगाएंगे तो वे खत्म हो जाएंगे और सांस लेने के लिए ऑक्सीजन भी पैसों की लेनी पड़ेगी। इसलिए हमें इस स्थिति से बचने के लिए यथासंभव अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।


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