जालंधर : कमिश्नरेट पुलिस ने नकली कनाडा वीजा का उपयोग करके विभिन्न व्यक्तियों को धोखा देने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और दो मुख्य दोषियों को 26.70 लाख रुपये नकद के साथ गिरफ्तार किया है जानकारी देते हुए डीसीपी संदीप शर्मा ने बताया कि गुरनाम सिंह पुत्र कुन्नन सिंह निवासी गांव तलवंडी भिंडरा, बटाला, जिला गुरदासपुर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि अपनी शिकायत में गुरनाम सिंह ने कहा था कि उसने अपने और अपने रिश्तेदारों और परिचितों से 25 मूल पासपोर्ट और कनाडा पर्यटक वीजा के लिए पैसे लिए थे और उन्हें उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी संतोष कुमार को सौंप दिया था संतोष दुबई का रहने वाला था और उसका असली नाम वाजिद अली पुत्र निजामुद्दीन निवासी मकान नंबर-274, ग्राम बरसैनी टोला, उजड़ीपट्टी, डाकघर हेमदापुर, थाना पिपराच, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश और मुनीश कुमार है। गुरदेव सिंह पुत्र वासी टीचर कॉलोनी, वार्ड नंबर: 2, बलाचौर, जिला एसबीएस नगर। आरोपियों को नकद और बैंक हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान किया गया था। उन्होंने बताया कि वाजिद अली उर्फ संतोष ने वीजा आवेदन के लिए दिए गए मूल पासपोर्ट में से 22 वीजा पासपोर्ट व्हाट्सएप के जरिए गुरनाम सिंह को भेजे थे जांच करने पर पता चला कि ये वीजा फर्जी थे और इन पर कनाडा के टूरिस्ट वीजा के फर्जी स्टिकर लगे हुए थे.पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर एफआईआर नंबर 98 दिनांक 21.09.2024 धारा 406, 420, 465, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत पुलिस स्टेशन डिवीजन नंबर 2 जालंधर में दर्ज की गई थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों संतोष कुमार उर्फ वाजिद अली और मुनीष कुमार को पुलिस ने जालंधर के डॉल्फिन होटल के पास सब्जी मंडी से गिरफ्तार कर लिया है







