

कपूरथलाः पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह पर की गई जातिसूचक टिप्पणी के मामले में पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले को लेकर जहां राजा वडिंग का विरोध हुआ था। वहीं अब राजा वडिंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। यह एफआईआर पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह पर की गई जातिसूचक टिप्पणी के मामले को लेकर की गई शिकायत पर दर्ज की है। दरअसल, पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह के बेटे सरबजोत सिंह सिद्धू ने मामले को लेकर शिकायत की थी, जिसके बाद राजा वडिंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राजा वडिंग के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी मामले में धारा 353, 196 बीएनएस 2023 तथा धारा 3(1)(u), 3(1)(v) एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं मजहबी सिख संगठन लगातार राजा वडिंग के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है। पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर SC कमीशन ने भी राजा वडिंग को नोटिस भेजा हुआ है। नेशनल SC कमीशन ने तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर और SSP से 7 दिन में कार्रवाई को लेकर जवाब तलब कर लिया है। यह कार्रवाई भाजपा नेता तरूण चुग के बयान पर की गई है।

इससे पहले पंजाब SC कमीशन ने भी वड़िंग से 7 दिन के भीतर जवाब मांगा था। इसके बाद मंगलवार दोपहर को तरनतारन के जिला चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर 6 नवंबर को सुबह 10 बजे व्यक्तिगत रूप से पेश होने के आदेश दिए हैं। उनसे पूछा गया कि अनाप-शनाप बोलने वाले राजा वड़िंग को अब तक जिले की सीमा से बाहर तड़ीपार क्यों नहीं किया गया। इसके अलावा, पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार भी एक्टिव हो गई है। वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि वड़िंग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से उन्हें पार्टी से बाहर निकालने की मांग की है।वहीं कांग्रेस सांसद व पूर्व CM चरणजीत चन्नी ने कहा कि राजा वड़िंग ने जो कहा, वह बेहद गलत है, इसके लिए उन्होंने माफी मांग ली है। मैं समूची कौम से निवेदन करता हूं कि उन्हें माफ कर देना चाहिए। वहीं लुधियाना के घंटाघर चौक पर दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन विजय दानव की अगुआई में दलित समाज ने राजा वड़िंग का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया। इसके अलावा जालंधर में AAP सरकार के मंत्री मोहिंदर भगत की अगुआई में राजा वड़िंग का पुतला फूंका गया।

