श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन में पूज्य श्री राधा बिहारी शरण जी महाराज ने कहा : जिस प्रकार के कर्म हम करते हैं, हमें उसी के अनुरूप फल मिलता है।

by Sandeep Verma
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जालंधर : खिंगरा गेट श्री वैष्णो देवी मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन में पूज्य श्री राधा बिहारी शरण जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के अच्छे और बुरे विचारों का मंथन ही देवता और दानव के मंथन के समान है। जब पाप बढ़ता है, तब भगवान धरा पर अवतार लेकर सज्जनों का उद्धार करते हैं और दुर्जनों का संहार करते हैं।आप को बता दें कि भगवान के प्रति सच्ची प्रीति और श्रद्धा से मनुष्य जीवन को सफल बना सकता है।हमें विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मकता देखनी चाहिए।जिस प्रकार के कर्म हम करते हैं, हमें उसी के अनुरूप फल मिलता है।IMG 20251105 WA0291 जानकारी देते हुए श्री लाडली दास जी ने बताया कि जिस प्रकार देवता स्वर्ग में पूजनीय हैं, उसी प्रकार माता-पिता इस पृथ्वी पर साक्षात देवता स्वरूप हैं। उनकी सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और उनके चरणों में ही सभी तीर्थों का वास है। उन्होंने समाज से अपील की कि माता-पिता को वृद्धाश्रम नहीं, बल्कि अपने हृदय में स्थान दें।इसी के साथ ही श्री लाडली जी अभी भक्तों से अपील की है कि कल पूरे 3 बजे श्री वैष्णो देवी मंदिर के हाल में भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म उत्सव बड़ी धूमधाम में मनाया जाएगा आप सभी कल प्रभु श्री कृष्ण लला जी के लिए अपने साथ सुंदर खिलौने व अन्य चीजें लेकर अवश्य पहुंचे

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