जालंधर ( एस के वर्मा ) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमति माला जाप कर मुख्य यजमान लवली रल्हन से पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने कहा कि परमात्मा को भिन्न-भिन्न नामों से पुकारे जाने के बावजूद परमात्मा एक ही है। ईश्वर निराकार है, सभी जगह समान रूप से विद्यमान है, स्थिर है, एक रस है। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति ईश्वर के निराकार रूप को जान लेता है, तभी वह ईश्वर को एक मान पाता है और जब एक मान लेते हैं तो स्वत: ही एक हो जाने वाला भाव जीवन में घटित हो जाता है। परमात्मा के निराकार रूप की पहचान कर लेना पहली सीढी मात्र ही है। यहां से भक्ति की यात्रा का आरंभ होता है। ईश्वर संपूर्ण प्रकृति में इस प्रकार समाया हुआ है जैसे कि पत्थर में अग्नि यह दिखाई नहीं देती है। लेकिन, सद्गुरू द्वारा जब व्यक्ति को ईश्वर की अनुभूति हो जाती है तो वह हर इंसान में परमात्मा के दर्शन करने लगता है। सभी के प्रति हृदय में प्रेम जागृत हो जाता है और जीवन में समभाव का समावेश आ जाता है। नवजीत भारद्वाज ने मां बगलामुखी जयंती महोत्सव पर सभी सेवादारों, न्युज कवरेज के लिए समाचार पत्रों एवं वैब पोर्टल को धन्यवाद एवं बधाई दी वा मां बगलामुखी जी जी से ऐसे ही असीम कृपा दृष्टि की कामना की। इस अवसर पर श्री कंठ जज, राकेश प्रभाकर, समीर कपूर,पंकज उपाध्याय,एडवोकेट राज कुमार, गोपाल मालपानी, विवेक शर्मा,नीरज, समीर चोपडा, रिंकू सैनी, अमित, रमाकांत शर्मा, रोहित बहल, बावा जोशी, अमरेंद्र कुमार शर्मा, मुकेश चौधरी,अभिलक्षय चुघ,अशोक शर्मा, गुलशन शर्मा, संजीव, राजेश महाजन, प्रदीप,गितेश, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, विनोद खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, दिनेश चौधरी, पंकज, डॉ मुकेश,मानव शर्मा,दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।