









जालंधर : रुद्र सेना संगठन की तरफ से हर साल की तरह इस बार भी शिवयोगी दयाल वर्मा के दोबारा प्रति दिन चलने वाले रुद्र अभिषेक व मासिक शिवरात्रि पर रुद्र अभिषेक का आयोजन किया जाता है इस बार भी महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर शिवपुरी धाम किशनपूरा में स्थित शिव मंदिर में महा रुद्राभिषेक सुबह , दोपहर और शाम को विद्वान पुजारी की तरफ से पूजा अर्चना कर रुद्राभिषेक किया गया इस मौके पर सभी शिव भक्तों ने अपने परिवार सहित रुद्राभिषेक कर देवों के देव महादेव भोले बाबा से अपने परिवार सहित आशीर्वाद प्राप्त किया इस मौक पर जानकारी देते हुए समाज सेवक सुदेश विज ने कहा कि शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ है सुबह से ही शहर के मंदिरों में ओम् नम शिवाय जाप के स्वर गूंज रहे थे। शहर के सभी शिवालयों में भक्तों की लंबी कतारें लगीं थीं। शिव भक्तों के हाथ में दूध, दही, शहद, मक्खन, तेल, भांग, धतूरा व फल लिए सभी कतारों में लगकर महादेव की कृपा पाने के लिए नतमस्तक हो रहे थे।मंदिर पुजारियों ने भी भक्तों से खास पूजन करवाया
इस मौक पर द ट्राइडेंट न्यूज एडिटर चीफ संदीप वर्मा ने कहा कि महाशिवरात्रि को शिव और शक्ति के मिलन की रात्रि कहा जाता है।इसलिए इस मिलन का अर्थ केवल एक दैवीय मिलन भर नहीं, बल्कि इससे गहरा और प्रतीकात्मक है, जो सृष्टि को मूल ऊर्जा, संतुलन और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है। इसलिए महाशिवरात्रि का संदेश मानवता के लिए बहुत व्यापक है। शिव और शक्ति का दर्शनिक अर्थ है कि शिव हमारी चेतना है, यानी शुद्ध अस्तित्व का प्रतीक हैं। शिव शक्ति, सृजनात्मक ऊर्जा और गतिशीलता का प्रतीक है। इस मौक पर दिनेश कुमार, अशोक कुमार, अंकित,मनु साईं,राजू, कर्ता राम, सर्वजीत यादव, शविन जेरथ,अवतार, सुन्नी पंसारी, सतीश मयूरी,कुलदीप,जोजी, कर्ण गंगोत्रा,अनिल कुमार जी एम,जीविका, गायत्री,साक्षी, कायनात, नरेंद्र कुमार,दाना, भंडारी साहब व अन्य शिव भक्त उपस्थित रहे