

जालंधर: हाल ही में, निहंग कथावाचक कविशर जत्था ज्ञानी सुखबीर सिंह पर सोशल मीडिया पर अपने भाषणों के दौरान भगवान वाल्मीकि जी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करके उनका अपमान करने का आरोप लगाया गया है। भगवान वाल्मीकि जी मूलनिवासियों, दलितों और अन्य शोषित वर्गों के देवता हैं। इस तरह के बयानों से पूरे समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है और समाज में रोष व्याप्त है।भारतीय मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा और सभी दलित संगठन इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और पुलिस प्रशासन से माँग करते हैं कि उक्त निहंग कथावाचक के विरुद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।इस अवसर पर ‘भारतीय मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल हंस, मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार राजू , मोर्चा के एएचसी के अध्यक्ष सनी कल्याण, एडवोकेट करण खुल्लर और एडवोकेट रमन गिल और भगवान वाल्मिकी कल्याण समिति के अध्यक्ष सोमा गिल, सोशल इंसाफ काउंसिल से मैडम मधु रचना, रमेश चौका और अंबेडकर राइट लीगल फार्म से एडवोकेट प्रीतपाल और एडवोकेट राकेश कुमार मट्टू और नरेश अस्थाई सफाई कर्मचारी संघ विशेष रूप से उपस्थित थे।









