

जालंधर : “आई लव मोहम्मद” पर किए जा रहे विवाद को लेकर जालंधर में मुस्लिम समाज की ओर से आयोजित पीसफुल प्रोटेस्ट रैली के दौरान योगेश मैनी नामक व्यक्ति द्वारा मुस्लिम समाज को उकसाने के लिए के नारे लगाकर माहौल बिगाड़ने और दंगा भड़काने की कोशिश का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आरोप है कि पुलिस द्वारा बीजेपी के दबाव में आकर अब तक मुख्य आरोपी पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई, जिससे मुस्लिम समाज के साथ सभी धर्म के लोगों में में भारी रोष व्याप्त है।इस मामले को लेकर आज मुस्लिम संगठन के प्रधान एडवोकेट नईम खान और आम आदमी पार्टी के नेता व वार्ड नंबर 41 के काउंसलर पति अयूब खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस भाजपा के दबाव में एकतरफा कार्रवाई कर रही है। इसके विरोध में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों की संयुक्त मीटिंग 8 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे श्री गुरु रविदास चौक पर बुलाई गई है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।अयूब खान ने कहा कि भाजपा पंजाब में आपसी भाईचारे के बीच फूट डालने की कोशिश कर रही है, जो अब सबके सामने आ चुकी है। उन्होंने मांग की कि योगेश मैनी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए कि उसे किसने साज़िश के तहत भेजा था। उन्होंने यह भी कहा कि कल भी महर्षि वाल्मीकि शोभा यात्रा और परसों जयंती है, इसलिए 8 अक्टूबर 2025 को दोपहर 12:00 बजे श्री गुरु रविदास चौक में संयुक्त मीटिंग बुलाई गई है जिस पर गहनता से गौर की जाएगी और एक तरफा कार्रवाई की निंदा कीजाएगी।
अयूब खान ने कहा कि प्रशासन को शांति बनाए रखने के लिए निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए।वहीं, जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के जिला प्रधान मजहर आलम ने कहा कि यह बेहद हैरान करने वाली बात है कि पुलिस कमिश्नर दफ़्तर के सामने भाजपा समर्थित लोगों द्वारा शांति भंग करने की कोशिश की गई, लेकिन इसके विपरीत कार्रवाई मुस्लिम समाज के लोगों पर की गई, जो अत्यंत निंदनीय है।










