

महेंद्रगढ़ : माई भारत केन्द्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस का आयोजन आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज, महेंद्रगढ़ में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती हस्ती देवी जनकल्याणार्थ समिति के सहयोग से किया गया।कार्यक्रम का संचालन जिला युवा अधिकारी (माई भारत) नित्यानंद यादव के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं, और युवाओं को इन विषयों में प्रशिक्षित होकर समाज में सुरक्षा एवं जागरूकता के दूत की भूमिका निभानी चाहिए। इसका विषय “साइबर सुरक्षा एवं सीपीआर प्रशिक्षण” रहा। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में डिजिटल सुरक्षा, ऑनलाइन खतरों से बचाव और आपातकालीन जीवनरक्षक कौशलों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
डॉ. पवित्रा राव, अध्यक्षा – श्रीमती हस्ती देवी जनकल्याणार्थ समिति, ने कहा कि समाज में एनजीओ की भूमिका अब पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा —> “गैर-सरकारी संगठनों को केवल सेवा कार्यों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि युवाओं के साथ मिलकर साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। माई भारत के साथ सहयोग हमारे समाज को सशक्त, सुरक्षित और जागरूक बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम है।”साइबर सुरक्षा सत्र का संचालन साइबर सेल नारनौल के एएसआई इन्द्रजीत कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से बचाव के उपाय, सोशल मीडिया फ्रॉड, फिशिंग, ऑनलाइन ठगी और डेटा सुरक्षा के विषय में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बताया कि किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के माध्यम से शिकायत दर्ज की जा सकती है।इसके पश्चात आयोजित सीपीआर (Cardio Pulmonary Resuscitation) प्रशिक्षण सत्र का संचालन डॉ. एस.पी. सिंह और कपिल कुमार द्वारा किया गया। दोनों प्रशिक्षकों ने हृदयाघात जैसी आपातकालीन परिस्थितियों में सीपीआर तकनीक की महत्ता बताई तथा विद्यार्थियों को व्यावहारिक रूप से यह तकनीक सिखाई।कार्यक्रम में विशेष व्याख्यान प्रो. ममता शर्मा द्वारा दिया गया, जिन्होंने आपदा प्रबंधन में महिला सहभागिता और मानसिक सुदृढ़ता के महत्व पर प्रकाश डाला।
योगाचार्या सुनील देवी ने योग और ध्यान को आपदा के समय मानसिक संतुलन बनाए रखने का प्रभावी उपाय बताया।समाजसेविका गीता देवी ने सामुदायिक सहयोग और महिला सशक्तिकरण को आपदा न्यूनीकरण का अभिन्न अंग बताया।आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ महेश यादव ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में समाजसेवा की भावना और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करते हैं।कार्यक्रम में लक्की राव सिगड़ा और प्रवक्ता मनोज यादव ने भी अपने विचार रखे और युवाओं को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने का संदेश दिया।कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और साइबर सुरक्षा, आपदा प्रबंधन एवं सीपीआर तकनीक से संबंधित व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया।यह आयोजन माई भारत के उस उद्देश्य को साकार करता है, जिसके तहत युवाओं को सक्षम, जिम्मेदार एवं सजग नागरिक बनाकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाता है।










