नई दिल्ली : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। इस दिन गौ माता की विशेष पूजा का विधान शास्त्रों में माना जाता है गोपाष्टमी के दिन गाय माता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से व्यक्ति को देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनके सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। इस साल यह पर्व 1 नवम्बर के दिन मनाया जाएगा।
गोपाष्टमी पूजा विधि : इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान-ध्यान के बाद साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद गाय और उसके बछड़े को माला पहनाएं व तिलक लगाएं। इसके बाद गाय की धूप, दीप, पुष्प आदि से पूजा करें। इस दिन उन्हें अपने हाथों से भोजन कराना न भूलें। अंत में उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें और उनकी आरती करें। शास्त्रों में एक उपाय यह भी बताया है कि इस दिन गाय को गुड़ का भोग लगाने से सूर्य दोष से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही घर के नजदीक बनें गौशाला में दान जरूर करें।







