नए साल 2023 की शुरुआत हो चुकी है और सभी ने धूमधाम के साथ नववर्ष का स्वागत किया है. नए साल के मौके पर खाना-पीना, मौज-मस्ती, घूमना फिरना और बधाई देने आदि का सिलसिला तो चलता ही है. इसी के साथ नए साल के पहले दिन लोग सुबह पूजा-पाठ भी करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि नया साल उनके और उनके परिवार के लिए बेहद सुखमय रहे. नए साल के दिन कई लोग कुछ न कुछ संकल्प भी जरूर लेते हैं.
जानते हैं क्यों जरूरी है संकल्प, क्या है इसका अर्थ और कैसे लेते हैं संकल्प. नए साल में क्यों लेते हैं संकल्प : नए साल के दिन कई लोग संकल्प लेते हैं. दरअसल इसका कारण यह है कि, कहा जाता है कि आप दिन की शुरुआत जैसे करेंगे आप पूरा दिन भी वैसा ही बीतेगा. ठीक इसी तरह मान्यता है कि आप साल की शुरुआत जिस तरह से करेंगे आपका पूरा साल भी वैसा ही बीतेगा. यही कारण है कि लोग नए साल के पहले दिन कुछ ऐसा संकल्प लेते हैं, जो उनके और उनके परिवार के लिए लाभकारी हो.
क्या है संकल्प का अर्थ : संकल्प का सीधा अर्थ दृढ निश्चय से होता है. किसी अच्छी आदत, काम, बात आदि का दृढ निश्चय करना ही संकल्प कहलाता है. हिंदू धर्म में संकल्प का विशेष महत्व होता है और ये जरूरी भी होता है. इसलिए हम किसी भी व्रत की शुरुआत करने में सबसे पहले ईश्वर के सामने हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प देते हैं.
क्यों जरूरी है संकल्प : हिंदू धर्म में संकल्प को लेकर ऐसी मान्यता है कि बिना संकल्प के किए गए पूजा-पाठ का सारा फल इंद्र देव को प्राप्त हो जाता है. इसलिए पूजा से पहले संकल्प लेना जरूरी होता है.
क्या है संकल्प लेने की विधि : आप पूजा-पाठ करने, जप करने, इच्छापूर्ति के लिए या फिर किसी भी अच्छे काम के लिए संकल्प ले सकते हैं. संकल्प लेते समय हाथ में जल, अक्षत और फूल रखे जाते हैं और भगवान के सामने संकल्प लिया जाता है. नए साल के मौके पर आप जो भी संकल्प लें, तो इसी विधि से भगवान के सामने हाथ जोड़कर यह प्रार्थना करें कि बिना किसी बाधा के आप अपने संकल्प को पूरा करने में सक्षम रहें. इस विधि से व्यक्ति की संकल्प शक्ति मजबूत होती है